Hindus in Bangladesh: बांग्लादेश में सोमवार को शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से ही हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होने शुरू हो गए है. इस दौरान देशभर में हिंदुओं के घरों और मंदिरों को जलाये जा रहे है. ऐसे में दुनियाभर के कट्टरपंथी मुस्लमानों ने खुशी जताई है. इतना ही नहीं, खुद को इस्लामिक विद्वान बताने वाले अबू नज्म फर्नांडो बिन अल-इस्कंदर ने बांग्लादेश से हिंदुओं को समाप्त करने की अपील की है., जिसे लेकर मौलाना ने एक्स पर ट्वीट किया है.
मौलाना ने बताया मुस्लिम कानून
इस्लामी कानून का हवाला देते हुए मौलाना ने कहा कि इस वक्त हिंदुओं के पास केवल दो ही ऑप्शन है. पहला ये कि वो मौत को गले लगा लें और दूसरा कि वो इस्लाम अपना लें. मौलाना ने कहा कि ‘हिंदुओं को शुक्रगुजार होना चाहिए कि उनका सामना हनफी से हुआ है. न मलिकी, शैफी और हनबली से.’ ये चारों विचारधारायें सुन्नी मुसलमानों की हैं.
इस्लामा कानूनों का पालन करें हिंदू
मौलाना ने सऊदी अरब और कतर के प्रमुख सुन्नी विचारधारा हनबली का हावाले देते हुए बताया कि इसमें कहा गया है कि हिंदुओं को अलग दिखने के लिए उनका आगे का आधा सिर मुंडवाना चाहिए. उसने कहा कि उन हिंदुओं से समस्या नहीं है जो मुस्लिम देशों में रहते हुए मुसलमानों के नीचे रहना स्वीकार करें. मौलाना ने कहा कि हिंदू अपने धर्म के देवी-देवताओं की पूजा करना छोड़ इस्लामा कानूनों का पालन करें. उसने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार को हिंदू प्रोपेगैंडा बताया और उम्मीद जताई की बांग्लादेश हिंदू प्रभाव और हस्तक्षेप से मुक्त हो जाएगा.
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