Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से हटाने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. पूर्व पीएम शेख हसीना को हटाने के लिए विपक्षी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) ने पाकिस्तान की खुफिया आईएसआई के साथ मिलकर साजिश रची थी. लंदन में रह रहे बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने खाड़ी के एक देश में आईएसआईै के साथ मीटिंग की थी, जहां शेख हसीना सरकार को हटाने के लिए अभियान चलाने की प्लानिंग की गई.
ईटी को विश्वसनीय जानकारी मिली है कि तारिक रहमान ने बीते कुछ महीने पहले आईएसआई के अधिकारियों से मिलने के लिए मध्य पूर्व के देश का दौरा किया था. इस दौरान बांग्लादेश में शेख हसीना को हटाने की स्थितियां बनाने के लिए अभियान शुरू करने की योजना बनाई गई.
रहमान ने आंदोलन को किया प्रोत्साहित
पिछले सप्ताह ईटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि ढाका में पाकिस्तान दूतावास ने छात्र आंदोलन को हाईजैक करने के लिए उकसाने में कथित तौर पर शामिल था. शेख हसीना को पीएम पद से हटाने के लिए रहमान सोशल मीडिया मंच एक्स पर सक्रिय थे. उन्होंने ताकत और हिंसा के जरिए निर्वाचित सरकार को हटाने के लिए आंदोलन को प्रोत्साहन दिया. 15 साल से लंदन में रह रहे रहमान हसीना सरकार गिरने के बाद वापस देश आएंगे. इनकी जानकारी बीएनपी दी है, लेकिन अभी तक वह आए नहीं हैं.
भारत के खिलाफ अभियान
तारिक रहमान पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे हैं. साल 2001 से 2006 तक खालिदा जिया के प्रधानमंत्री रहने के दौरान रहमान के पास ही सारी ताकत हुआ करती थी. उनके आईएसआई और कट्टरपंथियों के साथ पुराना कनेक्शन है. रहमान ने मालदीव की तरह ही बांग्लादेश में भी इंडिया आउट अभियान को रचने में अहम भूमिका निभाई थी.
शेख हसीना को मारने की रची थी साजिश
अक्टूबर 2018 में तारिक रहमान को शेख हसीना की हत्या की कोशिश की साजिश में उनकी भूमिका को लेकर बांग्लादेश की एक कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 21 अगस्त 2004 को अवामी लीग पर एक रैली में बम विस्फोट में शेख हसीना को टारगेट किया गया था. वह उस समय विपक्ष की नेता थीं. हमले में हसीना को चोट आई थी, जबकि अवामी लीग की महिला प्रमुख और पूर्व राष्ट्रपति जिलुर रहमान की पत्नी आइवी रहमान की मौत हो गई थी.
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