Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद से भारत में हैं. बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना का पहला सार्वजनिक बयान सामने आया है. जिसे शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है. इस बयान में शेख हसीना ने “न्याय” की मांग करते हुए कहा है कि हाल के ‘‘आतंकवादी कृत्यों’’, हत्याओं और तोड़फोड़ में शामिल लोगों की जांच कर उनकी पहचान की जानी चाहिए तथा उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
हसीना के बेटे ने शेयर किया बयान
दरअसल, अमेरिका में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे साजिब वाजेद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने हैंडल पर मां का बयान पोस्ट किया है. यह बयान बांग्ला भाषा में है. पोस्ट के मुताबिक, बयान में हसीना ने कहा, ‘‘मैं छात्रों, शिक्षकों, पुलिस कर्मियों, गर्भवती महिलाओं, पत्रकारों, सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं, कामकाजी लोगों, अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं, आम लोगों और कई प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों की मौत पर दुख व्यक्त करती हूं.”
शेख हसीना ने की न्याय की मांग
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने कहा, “मैं अपने जैसे उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखती हूं, जो अपने प्रियजनों को खोने के दर्द के साथ जी रहे हैं. मैं इन हत्याओं और आतंकवादी कृत्यों में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए उचित जांच और उन्हें उचित सजा देने की मांग करती हूं.” अपने बयान में हसीना ने हिंसा के दौरान बंगबंधु संग्रहालय को जला दिए जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “हमारे पास जो स्मृति और प्रेरणा थी, वह जलकर राख हो गई.” उन्होंने कहा, “यह किसी ऐसे व्यक्ति का घोर अपमान है जिसके नेतृत्व में हम एक स्वतंत्र राष्ट्र बने. मैं इस कृत्य के लिए देशवासियों से न्याय की मांग करती हूं.”
English translation of my mother’s statement:
Dear Bangladesh,
As-salamu alaykum.
Brothers and sisters, on August 15, 1975, the Father of the Nation and the then President of Bangladesh, Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman, was brutally assassinated. I pay my deepest respects to…
— Sajeeb Wazed (@sajeebwazed) August 13, 2024
समर्थकों से की ये अपील
हसीना ने बांग्लादेशियों से इस दिन को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने, बंगबंधु स्मारक संग्रहालय परिसर में पुष्पांजलि अर्पित करने और प्रार्थना करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर बांग्लादेश में जुलाई से जारी हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई है.