Election Commission PC: आज दोपहर तीन बजे चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग आज विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है. दरअसल, इस साल के अंत में जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन आज चुनाव आयोग की तरफ से सिर्फ जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान हो सकता है. बाकी महाराष्ट्र और झारखंड के लिए तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी.
बता दें कि चुनाव आयोग की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली के विज्ञान भवन में होने वाली है. आयोग की तरफ से इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर मीडिया को आमंत्रण भेजा गया है. ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि चुनाव आयोग आज विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा.
30 सितंबर से पहले चुनाव कराने की योजना
बताते चले कि हरियाणा की विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को खत्म हो रहा है जबकि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. आयोग ने चुनाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया था लेकिन उसने महाराष्ट्र का दौरा अभी तक नहीं किया है. अक्सर चुनाव आयोग की टीम तारीख के एलान से पहले संबंधित राज्य का दौरा करती है और वहां की तैयारियों का जायजा लेती है. ऐसे में माना जा रहा है कि आज चुनाव आयोग सिर्फ जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव के तारीखोें का ऐलान कर सकता है. बताते चले कि निर्वाचन आयोग की जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव 30 सितंबर से पहले कराने की योजना है. यह समय सीमा हाईकोर्ट ने तय की है.
9 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपनी टीम के साथ जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. उन्होंने कहा था कि आयोग यहां जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश दिया था. शीर्ष अदालत ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में जितना जल्दी हो सके चुनाव कराए जाएं.
J-K में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव
ज्ञात हो कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे. इससे पहले जम्मू कश्मीर में साल 2014 में आखिरी बार विधानसभा चुनाव हुआ था. आम चुनाव से पहले 2018 में बीजेपी के गठबंधन तोड़ लेने से महबूबा मुफ्ती सरकार गिर गई. फिर इसके बाद 2019 में लोकसभा चुनाव हुए लेकिन विधानसभा के लिए चुनाव नहीं हुए. माना जा रहा कि पिछली बार 2014 विधानसभा की तरह इस बार भी जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में चुनाव कराया जा सकता है.
90 सीटों पर होगा चुनाव
चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के जिलों में चुनाव संपन्न कराना बड़ी चुनौती है. यहां के कई इलाके संवेदनशील हैं. बता दें कि इससे पहले 2014 में विधानसभा की 87 सीटों पर चुनाव हुए थे. उस वक्त जम्मू की 37, कश्मीर घाटी की 46 और लद्दाख की 6 सीटों पर चुनाव कराए गए थे. वहीं, मई 2022 में जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद अब विधानसभा सीटों की संख्या 90 हो गई है. जम्मू में विधानसभा की 43 और कश्मीर घाटी में 47 सीटें हैं.