Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेनी सेना ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. अब रूस से अपनी जमीन बचाने की जगह यूक्रेनी सेना रूस की जमीन पर कब्जा करने में लगी है. रूस को झटका देते हुए यूक्रनी सेना ने रूस के सुद्जा शहर पर कब्जा कर लिया है. इसकी जानकारी गुरुवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने दी. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद पहली बार है जब रूस के इतने बड़े इलाके पर किसी विदेशी सेना का नियंत्रण हो गया है. बता दें कि इससे पहले रूस के एक बड़े इलाके पर केवल हिटलर ने कब्जा किया था.
सुद्जा में सैन्य कमांडेंट का ऑफिस स्थापित
यूक्रेनी मिलिट्री चीफ ऑलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि यूक्रेन के सैनिकों ने अपने हमले की शुरुआत के बाद से 1150 वर्ग किमी की जमीन और 82 बस्तियों पर अपना नियंत्रण कर लिया है. ऑलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि उनकी सेना ने अपना एक ऑफिस भी यहां बना लिया है. उन्होंने कहा, ‘कानून और व्यवस्था बनाए रखने और कब्जा किए क्षेत्रों में आबादी की प्राथमिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सुद्जा में एक सैन्य कमांडेंट का ऑफिस बनाया गया है.
रूसी गैस टर्मिनल के बगल में सुद्जा
सुद्जा रूसी गैस टर्मिनल के बगल में मौजूद है. यहां से रूस यूक्रेन के माध्यम से यूरोप तक गैस की सप्लाई करता है. पिछले साल यूरोप में भेजी जाने वाली रूसी प्राकृतिक गैस का आधा हिस्सा इसी शहर से होकर गया था. वहीं यूरोपीय संघ की कुल खपत का पांच प्रतिशत यहां से जाता है. इस जगह पर यूक्रेनी कब्जा होने से इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि यूक्रेन का लक्ष्य रूस की कमाई के एक अहम सोर्स पर भी चोट पहुंचाना है.
हजारों लोगों ने घर छोड़ने को मजबूर
यूक्रेन की जमीनी घुसपैठ ने 76 हजार से अधिक रूसी लोगों को अपने घरों को छोड़ने को मजबूर कर दिया है. साथ ही रूस को बैकफुट पर ला दिया है. अब रूस यूक्रेन की जमीन पर कब्जा करने के बजाय अपनी जमीन को वापस छुड़ाने में लगा है.
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