Chaos in Turkey Parliament: तुर्की से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां पर सांसदों में जमकर मारपीट हुई. सबसे खास बात है कि यह मारपीट और कही नहीं बल्कि तुर्की की संसद में सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच हुई. इस दौरान सांसदों ने एक दूसरे पर जमकर घूंसे चलाए. इस मारपीट में कई सांसदों को चोटें आईं हैं. इस मारपीट के दौरान कई सांसद बीच बचाव में भी आए. इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
जब संसद में चलने लगे घूंसे
दरअसल, यह पूरा बवाल उस वक्त शुरू हुआ जब एक विपक्षी डिप्टी पर हमला किया गया. उसपर हमला इसलिए किया गया था क्योंकि उसने अपने सहयोगी को संसद में शामिल करने के लिए कहा था, जो सरकार विरोधी प्रदर्शनों की साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद था. इसके बाद वह सांसद चुना गया था. लड़ाई झगड़े के दौरान संसद के फर्श पर खून बिखरा दिखाई दिया. संसद के कुछ हिस्सों में फर्श पर खून के धब्बे नजर आए.
A fistfight broke out in Turkey’s parliament when an opposition deputy was attacked after calling for his colleague, jailed on charges of organizing anti-government protests but since elected an MP, to be admitted to the assembly https://t.co/M4NyyclfD2 pic.twitter.com/oCrNamNwCq
— Reuters (@Reuters) August 16, 2024
जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसमें देखा जा सकता है कि सत्तारूढ़ एकेपी पार्टी के सांसद पोडियम पर खड़े अहमत सिक को मुक्का मारने के लिए दौड़े. इसके तुरंत बाद दर्जनों अन्य सांसद इस मारपीट और हाथापाई में शामिल हो गए. हालांकि, कुछ सांसदों ने लड़ रहे सांसदों को रोकने की कोशिश की. स्पीकर के पोडियम की सफेद सीढ़ियों पर खून के छींटे पड़े देखे गए. जिनको बाद में संसद के कर्मचारियों ने साफ किया. इस पूरे घटनाक्रम में दो सांसद गंभीर रूप से घायल हैं.
क्यों हुआ विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तुर्की की संसद में यह हंगामा तब शुरू हुआ जब सत्तारूढ़ एकेपी पार्टी के सदस्य अल्पे ओजालान ने वामपंथी वर्कर्स पार्टी ऑफ तुर्की (TIP) के सांसद अहमत सिक पर हमला किया. उन्होंने केन अताले के साथ सरकार के व्यवहार की निंदा की थी. इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आप अताले को आतंकवादी कहते हैं. उन्होंने सत्तारूढ़ लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश के सभी नागरिकों को पता होना चाहिए कि इस देश के सबसे बड़े आतंकवादी उन बेंचों पर बैठे लोग हैं.