Amarnath Yatra 2024: श्रावण माह के आखिरी दिन यानी आज सोमवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा संपन्न होगी. इस साल करीब पांच लाख तीर्थयात्रियों ने हिमालय में स्थित गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन किए है. बता दें कि महंत स्वामी दीपेंद्र गिरि द्वारा चलाई जा रही छड़ी मुबारक ने आज सुबह पंचतरणी से पवित्र गुफा तक अपनी यात्रा का आखिरी चरण प्ररंभ की है. इस साल अमरनाथ की यात्रा 29 जून से शुरू हुई थी. 52 दिनों की यह यात्रा आज समाप्त होने जा रही है. आज पूरे देश में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है, इस खास दिन पर यह यात्रा संपन्न होगी.
दरअसल, अमरनाथ यात्रा का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. अमरनाथ यात्रा देश के सबसे मुश्किल तीर्थ स्थलों में से एक है. हर साल इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा को बीच में ही रोकनी पड़ी. इस यात्रा के दौरान रास्ते में फंसे यात्रियों के रस्क्यू के लिए सेना के हेलिकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी. इस दौरान कुछ आम लोगों के साथ कई सैनिकों ने भी अपनी जान गवाईं. हालांकि, इस मुश्किलों के बाद आज यह यात्रा संपन्न होने जा रही है. अब बाबा बर्फानी के दर्शन भक्तों को अगले साल होंगे.
छड़ी मुबारक इस दिन जाएगी अमरनाथ मंदिर
गौरतलब है कि भगवान शिव की भगवा वस्त्रधारी पवित्र ‘छड़ी मुबारक’ को नियमानुसार पूजा-अर्चना करने के बाद सोमवार को अमरनाथ गुफा मंदिर ले जाया जाएगा. इस पवित्र छड़ी के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरी ने बताया कि एक रात रुकने के बाद छड़ी मुबारक रविवार सुबह ‘श्रावण शुक्ल पक्ष चतुर्दशी’ के मौके पर शेषनाग शिविर से पंचतरणी शिविर के लिए रवाना हुई. महंत ने यह भी बताया कि पवित्र छड़ी साधुओं के एक समूह के साथ 14,800 फुट की ऊंचाई पर स्थित महागुन्स टॉप को पार कर गई. इसके बाद महागुन्स टॉप स्वामी अमरनाथ जी के पवित्र मंदिर के मार्ग में सबसे ऊंची चोटी है. छड़ी मुबारक को सोमवार सुबह ‘श्रावण पूर्णिमा’ के मौके पर पवित्र गुफा में ले जाया जाएगा और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पारंपरिक पूजा और अनुष्ठान किए जाएंगे.
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