Hezbollah Tunnel Network: पिछले साल अक्टूबर में हमास और इजराइल के बीच शुरू हुआ युद्ध अभी थमा नहीं है. बीते दिनों हमास चीफ हानिया के हत्या के बाद ईरान ने भी इजराइल से बदला लेने की खुली धमकी दी है. ईरान और हिजबुल्लाह इस युद्ध में हमास के साथ खुले तौर पर खड़े हैं.
इसी बीच ईरान समर्थित लेबनान के हिजबूल्लाह ने शुक्रवार को एक वीडियों जारी किया है, जिसमें उसने अपने सैन्य ताकत को दिखाया है. जारी किए गए वीडियो में सुरंगों का नेटवर्क दिखाया गया है. माना जाता है कि गाजा में हमास का सुरंग नेटवर्क काफी अच्छा है, लेकिन हिजबुल्लाह का ये नेटवर्क गाजा से भी कहीं ज्यादा बेहतर दिख रहा है. चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली एक्सपर्ट ने भी माना है कि हिजबुल्लाह की सुरंगें मिलाइलों को रखने और उन्हें ट्रकों पर ले जाने के लिए काफी बड़ी है.
हमास से बेहतर हिजबुल्लाह का टनल नेटवर्क
हिजबुल्लाह ने वीडियो में जिस सुरंग को दिखाई है, वो उसके वर्षों पुराने टनल प्रोजेक्ट की झलक देती है. वहीं दूसरी ओर हमास के सुरंग नेटवर्क से मध्यम आकार के वाहन ही ले जाए जा सकते हैं. गाजा का भूमिगत सुरंग नेटवर्क खास तौर से लड़ाकों के लिए सामरिक पैदल मार्ग के रूप में सक्षम है, ना कि हथियारों के लिए रणनीतिक मार्ग के तौर पर. ऐसे में वीडियों में दिखाया गया हिजबुल्लाह का सुरंग नेटवर्क इजराइल के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
हिजबुल्लाह का टनल सुरक्षित
चैनल 12 के अरब मामलों के विश्लेषक ओहद हेमो के मुताबिक, शेयर किए गए वीडियो में दिखाई गई सुरंग लेबनान के अंदर की हो सकती है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि सुरंग कहां मौजूद थी या इस तरह की कितनी टनल हैं. पूर्व सैन्य खुफिया प्रमुख जनरल तामीर हेमैन ने बताया कि दक्षिण लेबनान के 160 शिया गांवों में अंडरग्राउंड मार्ग है. तामीर हेमैन ने ये भी कहा कि हालांकि हिजबुल्लाह अपनी टनल को सुरक्षित मानता है, लेकिन इजरायल के पास खुफिया क्षमताएं हैं और हाल के सालों में उसने इससे जुड़ी क्षमता को और बढ़ाया है.
टनल में घूम रहे हैं मिसाइलों से भरे ट्रक
इजराइल से जंग की आशंकाओं के बीच चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह ने वीडियो जारी कर इमाद 4 नाम की एक भूमिगत मिसाइल सुविधा दिखाई. वीडियो में मिसाइल से लदे ट्रकों को सुविधा के चारों तरफ घूमते हुए दिखाया गया. इसके साथ ही प्रोजेक्टाइल के लिए लॉन्चिंग पोजिशन भी दिखी. एक हिजबुल्लाह अधिकारी ने कहा कि वीडियो में दिखाई गई मिसाइलों की रेंज 140 किमी है, जो इजराइल के अंदर तक पहुंचने की क्षमता रखता है.
उत्तर कोरिया हिजबुल्लाह की कर रहा मदद
भूमिगत युद्ध के विशेषज्ञ ताल बेरी ने कहा कि हिजबुल्लाह ने सीधे इजराइल में भी सुरंगें बनाई थीं. जनवरी 2019 के ऑपरेशन नॉर्दर्न शील्ड में आईडीएफ ने इन टनल्स को खत्म कर दिया गया थ. ताल बेरी ने बताया कि हिजबुल्लाह का टनल नेटवर्क कुल मिलाकर कई सौ किलोमीटर लंबा था. टाइम्स ऑफ इजरायल को बताते हुए बेरी ने कहा कि उत्तर कोरिया बीते चार दशकों से सुरंग बनाने के मामले में हिजबुल्लाह की मदद कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हिजबुल्लाह का युद्ध सिद्धांत हमास के जैसे भूमिगत सुरंगों पर निर्भर नहीं है. वह इजरायल को चौंकाने के लिए कई पैतरें अपना सकता है.
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