क्या सच में इजरायली महिला के साथ हुई थी मारपीट? 9 महीने तक हमास के चंगुल में कैद नोआ अर्गामनी ने सुनाई आपबीती

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Noa Argamani: बीते वर्ष 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल में भारी तबाही मचाई थी और तभी से दोनों देशों के बीच जंग जारी है. उस वक्‍त हमास के लड़ाकों ने एक म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें महिला और पुरुषों दोंनों शामिल थें. इसमें से एक 25 वर्षीय नोआ अर्गामनी भी थी, जिनकों 8 जून को गाजा में नुसेरात शरणार्थी शिविर पर छापे के दौरान इजरायली विशेष बलों ने मुक्त कराया था.

नोआ अर्गामनी ने सुनाई आपबीती

हमास से लौटने के बाद नोआ अर्गामनी ने इस हफ्ते की शुरुआत में तोक्यो में इजरायल और जी7 देशों के राजनयिकों के साथ एक बैठक के दौरान अपनी आपबीती सुनाई. हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया था कि हमास लड़ाकों ने नोआ को बंधक बनाकर पीटा था और उसके बाल तक काट दिए थे, लेकिन नोआ ने इस दावे को गलत करार दिया है.

क्या नोआ के साथ हुई थी मारपीट?

नोआ का कहना है कि वह इजरायली हवाई हमले के कारण दीवार गिरने की घटना में घायल हो गई थी. ऐसे में उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्‍ट शेयर कर लिखा कि ‘मैं पिछले 24 घंटों में इजरायली मीडिया द्वारा मेरे साथ किए गए व्यवहार को नजरअंदाज नहीं कर सकती, मेरे शब्दों को संदर्भ से बाहर ले जाया गया. जब मैं कैद में थी, तब अल कस्साम ब्रिगेड के सदस्यों ने मुझे नहीं मारा, न ही उन्होंने मेरे बाल काटे; मैं इजरायली हवाई हमले के कारण दीवार गिरने से घायल हो गई थी.’

अभी भी हमास के कब्‍जें में 105 लोग

7 अक्टूबर के हमलों के दौरान  हमास के द्वारा बंधक बनाई गई 26 वर्षीय नोआ ने कहा कि मैं हर रात सो रही थी और सोच रही थी कि यह मेरे जीवन की आखिरी रात हो सकती है. वहीं, जब इज़रायली अधिकारियों द्वारा उन्‍हें बचाया गया तो उन्‍हें यह विश्वास ही नहीं हुआ कि वह अभी भी जिंदा है. हालांकि इजरायली सेना के मुताबिक, अभी भी 34 मृतकों सहित 105 लोग अभी भी गाजा के अंदर हैं.

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