Japan Rice Shortage: जापान में चावल का संकट, टेंशन में आई सरकार

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Japan Rice Shortage: टेक्‍नोलॉजी के लिहाज से दुनिया का सबसे एडवांस देश जापान इन दिनों एक संकट से जूझ रहा है. हालांकि इन दिनों जापान में एक संकट आ गया है. दरअसल जापान में नागरिकों ने महाभूकंप और कई तूफ़ानों के खतरे के साथ-साथ एक हफ़्ते की छुट्टी के वजह से घबराहट में आकर खरीदारी की है. इस खरीदारी के चलते देश के सबसे मशहूर मुख्य खाद्य पदार्थों में से एक– चावल की अभूतपूर्व कमी हो गई है. इसके बाद जापान सरकार ने मंगलवार को लोगों को घबराहट में खरीदारी न करने का आग्रह किया है.

टोक्यो में प्रसिद्ध फ्रेस्को सुपरमार्केट चेन की एक शाखा के क्लर्क के हवाले से न्यूज एजेंसी एएफपी में कहा गया कि हम इस गर्मी में चावल की सामान्य मात्रा का आधा ही खरीद पाए और चावल के बैग की बिक्री जल्दी ही हो गई. कर्मचारी ने बताया कि आमतौर पर चावल का दैनिक स्टॉक दोपहर तक खत्म हो जाता है.

जानें क्यों चावल के पड़े लाले

दरअसल, अगस्‍त की शुरुआत में जापान सरकार द्वारा संभावित महाभूकंप और कई तूफानों की चेतावनी दिए जाने के बाद लोगों ने अपने घरों में चावल का राशन बनाना शुरू कर दिया. इसके अलावा पूरे जापान में दुकानों में चावल खत्म होने या चावल की कमी का सामना करने का एक और वजह ओबोन की छुट्टी है. साथ ही गर्म मौसम और पानी की कमी के चलते कम फसल के साथ-साथ रिकॉर्ड संख्या में विदेशी पर्यटकों की बढ़ती मांग भी चावल की कमी की वजह बनी है.

किराने दुकानों की लोगों से खास अपील

जापान की राजधानी टोक्यो में एक किराने की दुकान पर लगे साइनबोर्ड पर लिखा था कि अधिक से अधिक ग्राहकों को खरीदने में सक्षम बनाने के लिए, हम आपसे प्रति परिवार प्रतिदिन एक चावल का बैग खरीदने का आग्रह करते हैं. टोक्यो की एक दुकान के एक अन्य कर्मचारी ने न्‍यूज एजेंसी के हवाले से कहा कि दुकान कोई चावल नहीं खरीद सकती और निकट भविष्य में चावल खरीदने की कोई संभावना भी नहीं दिख रही.

टेंशन में जापान सरकार

चावल की कमी से जापान की सरकार टेंशन में आ गई है. मंगलवार को जापानी सरकार ने लोगों को चावल की खरीददारी में हड़बड़ी न करने की चेतावनी दी. कृषि मंत्री तेत्सुशी सकामोटो ने लोगों को शांत रहने की आग्रह किया और कहा कि कमी की स्थिति जल्द ही सुधर जाएगी. देश में जून में चावल का सबसे कम स्टॉक 1999 के बाद से देखा गया, जब तुलनात्मक डेटा पहली बार इकट्ठा किया गया था. हालांकि, अधिकारियों की मानें तो चावल का स्टॉक पर्याप्त है. कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि सितंबर के अंत तक 40 प्रतिशत फसल मुहैया कराने के साथ एक नया कटाई का मौसम शुरू हो गया है.

ये भी पढ़ें :- Nobel Prize Winner: गाजा के नरसंहार को दिखाने वाले 4 पत्रकारों को मिलेगा नोबेल प्राइज, इन्हें किया गया नॉमिनेट

 

Latest News

अब युवाओं के हाथों में भारत का भविष्य, बोले डॉ. राजेश्वर सिंह- ‘भारत को 2047 तक 15 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी… ‘

Thoughts Of Dr Rajeshwar Singh: बीजेपी के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) युवाओं...

More Articles Like This