IRGC से जुड़ी फैसिलिटी में भयंकर हादसा, ईरान ने किया इजराइली कार्रवाई की ओर इशारा

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Iran: ईरान के शहर इश्‍फान में इस्‍लामिक रिवोल्‍यूशनरी गार्ड कॉर्प्‍स (IRGC) से जुड़ी एक फैसिलिटी से भयंकर हादसे की खबर सामने आई है. आईआरजीसी से जुड़ी फैसिलिटी में गैस लीक होने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. IRGC के अधिकारिक बयान के अनुसार, साहैब अल-जमन हेडक्वार्टर की वर्कशॉप में गैस लीक से एक व्‍यक्ति की मौत हो गई जबकि 10 अन्‍य घायल हो गए हैं. दिए गए बयान में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन इस बयान में मरने वाले के लिए ‘शहीद’ शब्द का प्रयोग किया गया है.

इजराइली कार्रवाई की ओर इशारा

अभी तक ये स्‍पष्‍ट नहीं है कि इस गैस लीक से कोई ब्लास्ट भी हुआ है या नहीं, क्‍योंकि किसी भी सोशल मीडिया यूजर्स ने किसी धमाके या धुएं की कोई तस्वीर शेयर की है. हालांकि, इस हादसे को और भी संदिग्ध बनाने वाली बात यह है कि आईआरजीसी से जुड़े फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने गैस लीक के बारे में अपनी शुरुआती रिपोर्ट में हैशटैग #Israel का प्रयोग किया था. बाद में इस हैशटैग को आउटलेट की वेबसाइट से हटा दिया गया, लेकिन यह ईरान के के कट्टर दुश्मन इजराइल की ओर से की गई कार्रवाई की ओर संकेत करता है. इस संकेत से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस घटना को इजराइल से जोड़ कर देखा जा रहा है.

पहले भी इजराइल के निशाने पर रहा हैइश्फान

ऐसा पहली बार नहीं जब इश्फान पर हुई किसी हादसे का शक इजराइल पर जा रहा हो. 13 अप्रैल को ईरान के ड्रोन और रॉकेट हमलों के बाद इजराइल ने ईरान के एक एयरबेस पर अटैक किया था. ईरान ने दावा किया था कि इस हमले को उनके एयर डिफेंस ने विफल कर दिया. वहीं कुछ अमेरीकी सूत्रों ने बताया था कि उस समय इजराइली लड़ाकू विमानों द्वारा इराकी हवाई क्षेत्र से मिसाइल हमले की गईं थी. जिनका लक्ष्य आठवां शेकरी एयरबेस था, जो इश्फान से करीब 20 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है और नतांज़ में परमाणु सुविधा से 150 किमी दक्षिण में स्थित है.

इश्फान इतना खास क्यों?

इश्फान ईरान के बीच में स्थित है और ये ईरान की आईआरजीसी के लिहाज से बेहद खास है. इश्फान में कई अहम सैन्य ठिकाने और शाहिद एविएशन इंडस्ट्रीज रिसर्च सेंटर है, यहीं पर शाहिद-136 ड्रोन बनाया जाता है. यह ईरान के परमाणु प्रोग्राम से जुड़ी साइटों का भी सेंटर है, यहां भूमिगत नतांज़ संवर्धन साइट, जिसे इजराइल कथित तौर पर बार-बार निशाना बनाता रहा है.

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