US Presidential Election: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसै-वैसे सियासी सरगर्मी बढ़ती हुई नजर आ रही है. जो बाइडेन के चुनावी रेस से हटने के बाद कमला हैरिस की एंट्री से अमेरिका का पूरा राजनीतिक समीकरण बदल गया है. कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप में कांटे की टक्कर देखने को मिल रहा है. वहीं, इन सबके बीच कमला हैरिस ने एक इंटरव्यू में ऐसा बयान दे दिया, जिससे उनकी विरोधी पार्टी यानी ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं में भी खुशी की लहर दौड़ गई है.
जानिए क्या बोली कमला हैरिस
दरअसल, अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए लगभग 2 महीने का ही वक्त बचा है. इस बार के चुनाव में ट्रंप से ज्यादा कमला हैरिस की चर्चा है. कमला हैरिस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि यदि वह आगामी राष्ट्रपति चुनाव जीतती हैं तो वह अपने मंत्रिमंडल में एक रिपब्लिकन को भी नियुक्त करने का इरादा रखती हैं. हालांकि, उन्होंने किसी रिपब्लिकन का नाम नहीं बताया. उन्होंने बस ये कहा कि अगर उनको लगता है कि उनके मंत्रिमंडल में किसी रिपब्लिकन सदस्य का होना अमेरिकी जनता के लिए फायदेमंद होगा, तो वो जरूर उसे अपनी कैबिनेट का हिस्सा बनाएंगी.
बताते चले कि कमला हैरिस के इस फैसले से कहीं न कहीं अमेरिकी चुनाव में असर तो पड़ेगा. क्योंकि एक तरफ ट्रंप लगातार हैरिस पर व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं, वहीं कमला का इतना साफ्ट होना कहीं न कहीं कुछ मतदाताओं को जरूर लुभाएगा.
अमेरिका के भविष्य की लड़ाई
कमला हैरिस ने जॉर्जिया में डेमोक्रेट्स नेशनल कन्वेंशन में कही हुई बात को दोहराते हुए कहा कि वह एक ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी, जो देश के लोगों को एकजुट करेंगी. उन्होंने कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव एक नया रास्ता बनाने का मौका है. यह किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का मौका है. ‘यह लड़ाई अमेरिका के भविष्य के लिए है.’ 2020 के चुनाव में डेमोक्रेट इस राज्य में बहुत कम अंतर से जीते थे और इस चुनाव में यह राज्य निर्णायक भूमिका निभा सकता है. जार्जिया में एक तिहाई अश्वेत मतदाता हैं.
‘कमला ने साफ किया रुख’
ज्ञात हो कि हाल ही में कमला हैरिस ने कहा था कि उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप धीर-गंभीर व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन का सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह यूक्रेन और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अपने सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी. हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारतीय थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक थे. अगर हैरिस निर्वाचित होती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी.