International News: दिल्ली के ट्रैफिक की समस्या और घोर प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने राजधानी में ऑड-ईवन फॉर्मूला को लागू किया था. दिल्ली सरकार ने यह प्रयोग पहली बार 2016 में किया था. अब इस स्कीम को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भी लागू करने की योजना बना रहा है. अगर ऐसा होता है तो यूएई दूसरा देश होगा जो इस फैसले को लागू करने जा रहा है.
दरअसल, यूएई सरकार बढ़ते ट्रैफिक को मैनेज करने के लिए ‘ऑड-ईवन स्कीम’ को पीक-ऑवर में लागू करने का फैसला कर रही है. जानकारी के अनुसार यूएई में दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों के पास अपनी खुद की कार है. हालांकि, यूएई की सड़के पहले से ही अच्छी और चौड़ी बनाई गई हैं, लेकिन वाहनों की अधिकता के कारण ट्रैफिक जाम में खासा इजाफा हो चुका है. रिपोर्ट्स के अनुसार दुबई में, सालिक टैग वाले पंजीकृत वीकल अब 4 लाख हैं.
पांच साल पहले की रिपोर्ट्स पर फोकस करें तो हर दो लोगों के लिए एक कार थी यानी प्रति 1,000 लोगों पर 540 वाहन थे जबकि न्यूयॉर्क, लंदन, सिंगापुर और हांगकांग जैसे शहरों में क्रमशः प्रति 1,000 लोगों पर 305, 213, 101 और 63 वीकल थे. साल 2006 में पंजीकृत वाहन केवल 740,000 थे और यह 2015 में दोगुना हो गए. वहीं, साल 2020 में यूएई में वाहनों के पंजीकरण की संख्या 1.83 मिलियन तक पहुंच गई. वर्तमान में देखें तो बिजी दिनों में दुबई में लगभग 3 मिलियन कारें चलती हैं, जिनमें पड़ोसी अमीरात से आने वाली कारें भी शामिल हैं.
साल 2016 में जब दिल्ली में इस योजना की शुरुआत की गई थी तो 1, 3, 5, 7, 9 जैसे विषम अंक पर समाप्त होने वाली गाड़ियां 2, 4, 6, 8, 10 जैसी सम तिथियों पर सड़कों पर चलती थी. वहीं, 0, 2, 4, 6, 8 जैसे सम अंक पर समाप्त होने वाले पंजीकरण नंबर वाले वाहनों को 5, 7, 9, 11, 13 और 15 जैसी विषम संख्या वाली तिथियों पर चलती थी. इससे काफी हद तक ट्रैफिक से मुक्ति मिली थी.
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