Bahraich Wolf Attack: यूपी के बहराइच जिले के गांवों की रातें इन दिनों काफी डरावनी हैं. पुरुष रातभर जाग रहे हैं, तो महिलाएं बच्चों के साथ घरों में कैद हैं. उन्हें डर है भेड़ियों का, जिन्होंने आतंक मचा रखा है. भेड़िए ने पिछले कुछ महीनों में जहां 9 लोगों की जान ले ली है, तो वहीं, कई लोगों को घायल भी कर दिया है. इन आदमखोर भेड़ियों का आतंक बहराइच के करीब 35 गावों तक फैला हुआ है. प्रशासन की ओर से इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने की तमाम कोशिशें की जा रही है. इसमें प्रशासन को कुछ सफलता भी मिली है.
जानकारी के मुताबिक, अब तक प्रशासन ने चार भेड़ियों को पकड़ा है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए चारों भेड़ियों में से एक की मौत हो चुकी है. जबकि, दो भेड़ियों को राजधानी लखनऊ और एक को गोरखपुर के चिड़ियाघर में शिफ्ट किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, जिस भेड़िये को गोरखपुर शिफ्ट किया गया है, उसका आकार काफी बड़ा है. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि ये भेड़िया सबसे खतरनाक रहा होगा. भेड़िए की होगी जांच…
29 अगस्त की रात करीब 10 बजे गोरखपुर पहुंचा भेड़िया
भेड़िए को गोरखपुर शिफ्ट किए जाने के बारे में गोरखपुर चिड़ियाघर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि ये भेड़िया 29 अगस्त की रात करीब 10 बजे गोरखपुर पहुंचा. रात होने के कारण उसे क्वारंटाइन कर दिया गया. उस के खाने-पीने की चीजें अलग से उपलब्ध करा दी गई. रात काफी होने की वजह से ज्यादा जांच नहीं हो सकी, अब दिन में उनका परीक्षण किया जायेगा.”
बता दें, बहराइच के कई गांवों में भेड़ियों के आतंक से दहशत का माहौल है. भेड़िए सैकड़ों सालों से इस क्षेत्र के जंगलों, खेतों और घाघरा नदी के बाढ़ के मैदानों में रहते आए हैं. लेकिन, अब इस प्रजाति के कुछ सदस्य आदमखोर हो गए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस वर्ष मार्च से अगस्त के बीच बहराइच जिले के महासी उपखंड में भेड़ियों ने 1 से 8 वर्ष के 8 बच्चों को और एक 45 वर्ष की महिला को मार डाला. जिन गांवों पर भेड़ियों ने हमले किए वे सभी गांव घाघरा नदी के तट से सिर्फ दो से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. भेड़ियों के हमले की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से रात में अकेले बाहर न निकलने की अपील की है.