Saturn transit: इन जातकों काल शनि देव करेंगे हिसाब, समय हो सकता है कष्‍टदायी 

शनि देव जल्द ही कुछ जातकों को तंग कर सकते हैं. शनि देव मीन राशि में लगभग ढाई साल रहेंगे. साल 2025 से 2027 तक समय मीन राशि वालों के लिए तो कष्‍टदायी रहेगा ही.

साथ ही कुछ अन्‍य राशि वालों को भी तंग करेगा. इन लोगों को करियर में समस्‍या हो सकती है. आर्थिक तंगी, बीमारी-दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है. 

शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन सिंह व धनु राशि वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी. जो इन दोनों राशि वालों को ढाई साल तक कष्‍ट देगी. 

मीन में शनि का गोचर मकर राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति दिलाएगी. लेकिन मेष राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी. 

मार्च 2025 से मेष राशि पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण, मीन राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का तीसरा चरण शुरू होगा. शनि देव को ज्‍योतिष में बहुत अहम स्‍थान दिया गया है. 

शनि को न्‍याय का देवता और दंडाधिकारी कहा जाता है क्‍योंकि शनि कर्मों के अनुसार फल देते हैं. जिन राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है, शनि उन पर सख्‍त नजर रखते हैं और कर्मों के अनुसार फल देते हैं. 

लिहाजा साढ़ेसाती व ढैय्या के दौरान वो काम ना करें, जो शनि देव को नाराज करते हों. किसी असहाय, गरीब, बुजुर्ग का अपमान न करें. 

ना ही उन्‍हें सताएं. बेजुबान जानवरों को परेशान ना करें. झूठ, चोरी, अनैतिक कार्यों और नशे से दूर रहें. वरना शनि जमकर कष्‍ट देंगे. 

शनि के दुष्‍प्रभावों से बचने के लिए हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. 

शनि देव के दुष्‍प्रभाव को कम करने के लिए शनि चालीसा पढ़ें. शनिवार के दिन गरीब-जरूरतमंदों की मदद करें.