Miss Universe Nigeria Chidimma Adetshina: मिस यूनिवर्स नाइजीरिया की प्रतियोगिता में 23 वर्षीय चिदिम्मा एडेत्शिना ने जीत हासिल की है. एडेत्शिना कानून की छात्रा हैं. वह मिस साउथ अफ्रीका में फाइनल में पहुंच चुकी थी, लेकिन राष्ट्रीयता से जुड़े विवाद को लेकर उन्हे आलोचनाओं और विवाद का सामना करना पड़ा. इस वजह से उन्होंने मिस साउथ अफ्रीका प्रतियोगिता से खुद को पीछे कर लिया. अब साउथ अफ्रीका सुंदरी के सिर मिस यूनिवर्स नाइजीरिया का ताज सजा है. राष्ट्रीयता से जुड़ा विवाद क्या था, वो कैसे मिस यूनिवर्स नाइजीरिया की प्रतियोगिता में शामिल हुई… आइए जानते हैं.
मिस साउथ अफ्रीका की फाइनलिस्ट रही चिदिम्मा विवाद में आईं
चिदिम्मादक्षिण अफ्रीका के सोवतो में पैदा हुईं. उनके पिता एक नाइजीरियाई हैं और मां दक्षिण अफ्रीका की हैं. उनकी मां के परिवार का संबंध मोजांबिक से भी रहा है. उन्होंने इस साल जुलाई में मिस यूनिवर्स साउथ अफ्रीका कांटेस्ट के लिए अप्लाई किया था. वह मिस साउथ अफ्रीका के फाइनल में पहुंच गई थीं. लेकिन चिदिम्मा की पारिवारिक विरासत को लेकर पूरे साउथ में बवाल मच गया. उनकी भागीदारी को लेकर सवाल उठने लगे. विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि दक्षिण अफ्रीका के गृह मामलों के विभाग को जांच करना पड़ा. इस जांच में चिदिम्मा की ओर से कुछ भी गलत नहीं पाया गया, लेकिन सुझाव दिया कि उनकी मां ने दक्षिण अफ्रीका की नागरिकता के लिए पहचान चुराई हो सकती है. अपने परिवार की सुरक्षा के लिए आखिर में एडेत्शिना ने अगस्त में प्रतियोगिता से बाहर होने का फैसला किया.
नाइजीरिया ने दिया मौका
बाद में चिदिम्मा की कहानी ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. प्रतियोगिता से हटने की बात जानकर मिस यूनिवर्स नाइजीरिया के आयोजकों ने उन्हें अपनी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. इससे उन्हें वैश्विक मंच पर अपने पिता की मातृभूमि का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला. शनिवार, 31 अगस्त को लागोस में एडेत्शिना को मिस यूनिवर्स नाइजीरिया का ताज पहनाया गया. अब वह नवंबर में होने वाली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में नाजीरिया का प्रतिनिधित्व करेंगी.
क्राउन केवल सुंदरता के लिए नहीं है बल्कि…
खिताब जीतने के बाद अपनी खुशी जाहिए करते हुए चिदिम्मा ने कहा कि ये क्राउन सिर्फ सुंदरता के लिए नहीं है बल्कि एकता का आह्वान है.’ मिस यूनिवर्स नाइजीरिया का ताज पहनने पर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं…इस सम्मान को विनम्रतापूर्वक ग्रहण करने के साथ मैं अफ्रीकी एकता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अपनी भावना और विजन को आपके साथ साझा करना चाहती हूं. उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे को बांटने वाले बैरियर्स को तोड़ना है. हमें एक ऐसा अफ्रीकी महाद्वीप बनाना है जहां कोई भी किसी से कोई पूर्वाग्रह न करे. जहां कोई भी अफ्रीकी बिना किसी भय, पूर्वाग्रह के कहीं भी आ-जा सके. अपने ख्वाबों को पूरा कर सके और इस महान महाद्वीप की तरक्की और समृद्धि में अपना योगदान दे.
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