International News: किसने दिया पुतिन को अरेस्‍ट करने का आदेश, सभी हैरान

रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन तीन सितंबर को मंगोलिया की यात्रा पर पहुंचे. मंगोलिया, अंतरराष्‍ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट का सदस्‍य देश है. 

हेग स्थित आईसीसी ने पुतिन के खिलाफ युद्ध अपराधों को लेकर अरेस्‍ट वारंट जारी कर रखा है.  

2022 में युद्ध शुरू होने के बाद गैरकानूनी तरीके से यूक्रेनी बच्‍चों को प्रत्‍यर्पित करने के मामले में आईसीसी ने पुतिन को दोषी ठहराया है और गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है.

इसके तहत यदि पुतिन किसी भी आईसीसी सदस्‍य देश में जाते हैं तो उनको इस वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया जा सकता है. उसी आधार पर आईसीसी ने मंगोलिया से पुतिन को गिरफ्तार करने को कहा था.

गौरतलब है कि पुतिन का ये किसी आईसीसी सदस्‍य देश में पहला दौरा है. मंगोलिया ने ICC की बात मानने से साफ इनकार कर दिया और राष्‍ट्रपति पुतिन के इस्‍तकबाल में एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट स्‍वागत किया गया. 

पुतिन आराम से मुस्‍कुराते हुए जाते दिखे. बाद में उनको राजकीय सम्‍मान देते हुए गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जबकि यूक्रेन समेत पश्चिम के देश मंगोलिया से पुतिन को अरेस्‍ट करने की गुहार ही लगाते रह गए.

व्‍लादिमीर पुतिन की यात्रा से पहले आईसीसी ने मंगोलिया को उसकी प्रतिबद्धता की याद दिलाते हुए कहा था कि कोर्ट के आदेशों का अनुपालन किया जाना चाहिए. 

लिहाजा मंगोलिया में दाखिल होते ही रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

जब इस बात का कोई असर मंगोलिया पर पड़ता नहीं दिखा तो दो सितंबर को यूक्रेन ने उस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो पुतिन के युद्ध अपराधों की साझा जिम्‍मेदारी मंगोलिया पर भी होगी. 

मंगोलिया की राजधानी उलानबातार में पुतिन के खिलाफ हल्‍का विरोध प्रदर्शन देखा गया. राजधानी के केंद्रीय चंगेज खान स्‍क्‍वायर के पास ये प्रदर्शन देखा गया. 

ऐसे केस होने पर आईसीसी मामलों को असेंबली ऑफ पार्टीज के पास भेज देता है. अनुपालन नहीं करने संबंधी प्रक्रिया पर ये पार्टीज मंगोलिया की निंदा कर सकते हैं.