US Typhon Missile System Japan: अमेरिका ने जापानी द्वीप पर अपने टायफोन मिसाइल सिस्टम को तैनात करने की इच्छा जताई है. वह सैन्य अभ्यास के लिए इस मिसाइल को तैनात करना चाहता है. अमेरिका का यह कदम चीन पर नकेल कसने के लिए है. अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि इन मिसाइलों की तैनाती से चीन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होगा. जापान के मीडिया के अनुसार, अमेरिका टायफोन मिसाइल लांचर को तैनात करना चाहता है जिससे जमीन से परमाणु बम दागने वाली टॉमहाक क्रूज मिसाइल को दागा जा सकता है. टॉमहाक मिसाइल करीब 16 सौ किलोमीटर तक भीषण हमला कर सकता है.
अमेरिका के कदम पर बौखलाया चीन
निक्केई की रिपोर्ट के अनुसार, फिलीपीन्स ने कहा कि चीन ने टायफोन मिसाइल सिस्टम की तैनाती पर बहुत नाटकीय चिंता जताई. चीन के रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता वू किआन ने कहा था कि अमेरिका के इस सिस्टम की तैनाती से पूरा इलाका तनावग्रस्त हो गया है. गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है. बुधवार को अमेरिकी सेना की सचिव क्रिस्टिन वोरमुथ ने जापानी अधिकारियों से कहा कि अमेरिका इस मिसाइल सिस्टम को अब जापान में तैनात करना चाहता है.
आने वाले दिनों में इससे संघर्ष
सिस्टम को कई महीने तक जापान में तैनात करना चाहता है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में सेना के पास विश्वसनीय युद्धक क्षमता मौजूद रहे. अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि यह तैनाती क्षेत्र में प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देगी. इस मिसाइल सिस्टम को लेकर चीन में काफी प्रतिक्रिया है. वोरमुथ ने कहा कि जापान के दक्षिण पश्चिमी द्वीपों के पास बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिकों और हथियारों को तैनात करने की क्षमता है जो ताइवान के बहुत नजदीक है. अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका चीन के पास प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में लगा है, लेकिन इससे तनाव और भी बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में इससे संघर्ष हो सकता है.
यूएस ने फिलीपीन्स में टायफोन मिसाइल सिस्टम किया था तैनात
इंटरमीडिएट न्यूक्लियर फोर्स ट्रीटी के तहत जमीन से हमला करने वाली ऐसी मिसाइलें, जिनकी रेंज 500 किलोमीटर से लेकर 5500 किलोमीटर तक है, उन्हें प्रतिबंधित किया गया है. साल 2019 में अमेरिका इस संधि से पीछे हट गया था. यूएस ने फिलीपीन्स के साथ सैन्य अभ्यास के दौरान भी टायफोन मिसाइल सिस्टम को तैनात किया था. हालांकि, अमेरिका के इस कदम से चीन भड़क गया था और उसने इसे उकसावे की कार्रवाई बताया था. टायफोन मिसाइल सिस्टम कई महीने तक फिलीपीन्स में तैनात रहा.
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