Mpox: इस समय पूरी दुनिया में मंकीपॉक्स वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. इस मामले को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी भी जारी की है, जिसके बाद से अमेरिका ने अपनी कमर कस ली है. अमेरिका ने मंकी पॉक्स को लेकर कड़ा कदम उठाया है, जिसके तहत उसने इसके एक नए प्रकार के लिए परीक्षण और निगरानी को बढ़ा दिया है. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया है कि स्थानीय फार्मेसियों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीके आसानी से उपलब्ध हों.
मंकीपॉक्स को लेकर अमेरिका के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल, देश में वायरस के अधिक संक्रामक प्रकार के किसी भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन फिर भी आने वाले भविष्य की संभावनाओं को लेकर विशेषज्ञों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है.
WHO ने किया आपातकाल घोषित
दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने 14 अगस्त को तेजी से फैल रहे एमपॉक्स वायरस को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. बताया जा रहा है कि यह दो सालों में दूसरी ऐसी घोषणा है. उन्होंने बताया कि क्लेड आईबी नाम के नए स्ट्रेन ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में मामलों में बड़ी वृद्धि की है.
एमपॉक्स के जांच का आदेश
अमेरिकी आधिकारियों ने बताया कि अब कोई भी अमेरिकी डॉक्टर एमपॉक्स के जांच का आदेश दे सकता है, जिसे राष्ट्रीय प्रयोगशाला श्रृंखलाओं के माध्यम से संसोधित किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सकारात्मक परीक्षण जो एमपॉक्स के पुराने स्ट्रेन नहीं हैं, उन्हें पुष्टि के लिए अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र को भेजा जाएगा.
क्या है एमपॉक्स?
बता दें कि एमपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्स वायरस है, जो चेचक के समान लक्षणों वाली बीमारी है, हालांकि ये उससे थोड़ा कम गंभीर है. दरअसल, इस वायरस की शुरूआत अफ्रीका के कांगो से शुरू हुई थी, जिसके बाद सभी देशों में ये तेजी से अपने पांव पसार रहा है. ऐसे में इस वायरस के लक्ष्णों के बारें में आपको पता होना चाहिए, जिससे कि समय रहते डॉक्टर से संपर्क कर सकें.
मंकीपॉक्स के लक्षण…
- तेज बुखार आना
- मांसपेशियों और पीठ में दर्द होना
- तेज सिर दर्द और सूजन होने पर
- बुखार कम होने पर शरीर में चकत्ते हो जाना
इसे भी पढें:- चीन में तूफान ‘यागी’ ने द्वीपीय प्रांत हैनान में दी दस्तक, हांगकांग में पहुंचाया भारी नुकसान