इस बार भी दिवाली में दिल्ली वाले नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे, बिक्री और खरीद पर लगा बैन

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Crakers ban in delhi: दिवाली का पर्व काफी नजदीक है. दिवाली का नाम आते ही लोगों के मन में पटाखों और मिठाइयों का ख्याल आता है. हालांकि, इस बार भी दिल्ली की दिवाली बिना पटाखों वाली रहने जा रही है. इस खबर के सामने आने के बाद कई लोगों के मन में निराशा आ गई है. दिवाली आने के कुछ महीने पहले ही दिल्ली में पटाखों की बिक्री, उत्पादन और स्टोरेज पर रोक लगा दी गई है. इसी के साथ आनलाइन पटाखा बेचने पर भी बैन रहेगा. यह बैन 1 जनवरी 2025 तक रहेगा.

जानिए बैन के पीछे की वजह

दरअसल, सर्दी का मौसम आने से पहले ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर बैन की गाइडलाइन जारी की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस बात की जानकारी दी है. पर्यावरण मंत्री का कहना है कि इस बैन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस नियम का अनुपालन कराने के लिए दिल्ली पुलिस, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और राजस्व विभाग साथ मिलकर काम करेंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने बताया कि इस फैसले के सफल क्रियान्वय के लिए सरकार द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा.

हर साल पटाखों पर रहता है बैन

उल्लेखनीय है कि हर साल दिवाली के समय जैसे ही ठंड का मौसम पास होता है, उस समय दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ जाती है. वहीं, बढ़े प्रदूषण के कारण लोगो का सांस लेना भी दूभर हो जाता है. इस स्थिति में पटाखों पर बैन लगाने से पर्यावरण दूषित होने से बचेगा और जनता को भी सांस लेने में होने वाली परेशानी कम होगी.

हालांकि, इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकार पटाखों पर बैन लगाने में सफल होगी. सरकार द्वारा पटाखों पर बैन लगाना किसी चुनौती से कम नहीं है. बैन के बावजूद भी राजधानी के कई इलाकों में पटाखों की बिक्री होती है. वहीं, काफी मात्रा में दिल्ली में दिवाली के दिन पटाखे जलाए जाते हैं. जिस कारण प्रदूषण में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है और लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है.

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