Puskar/Rajasthan: परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, वेद में लिखा है, ईश्वर किसको मिलता है? ईश्वर जिसे मिलना चाहे उसी को ईश्वर मिलता है। ईश्वर जिसको मिलना चाहता है उसके अंदर भक्ति का अंकुर पैदा कर देता है, टीस पैदा कर देता है।
महारास के अवसर पर समस्त भक्तों को ईश्वर से मिलना था। तो भगवान ने बांसुरी के माध्यम से ऐसा रस भर दिया कि- भक्तजन अब श्रीकृष्ण के बिना नहीं रह सकते।
सभी हरि भक्तों को पुष्कर आश्रम एवं गोवर्धनधाम आश्रम से साधु संतों की शुभ मंगल कामना, श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम कॉलोनी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, दानघाटी, गोवर्धन, जिला-मथुरा, (उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवा ट्रस्ट, गनाहेड़ा, पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान).
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