लड़खड़ाना अक्सर गिरना नहीं, संभलना भी होता है, पढ़ें सुविचार

कहते हैं कि अगर दिन की शुरुआत अच्छी हो, तो पूरा दिन सकारात्मकता के साथ बितता है. ऐसे में आपके दिन को और खास बनाने के लिए हम लाएं हैं कुछ चुनिंदा सुविचार...

कोई प्रशंसा ऐसी नहीं जो मुझे याद रहे, कोई निन्दा ऐसी नहीं जो मुझे उभार दे.

जब लोग तुम्हारी निन्दा खुलकर करने लगें, तब तुम समझो कि तुम्हारी लेखनी सफ़ल हुई.

हारना तब आवश्यक हो जाता है, जब लड़ाई अपनों से हो और जीतना तब आवश्यक हो जाता है, जब लड़ाई अपने आप से हो.

मन हारकर मैदान नहीं जीते जाते, न मैदान जीतने से मन ही जीते जाते हैं.

जीवन एक फूल के समान है, इसे पूरी ताक़त के साथ खिलाओ.

दुखों में भी सुख की अनुभूति चाहते हो तो हंसमुख बनो.

कभी-कभी हमें उन लोगों से शिक्षा मिलती है, जिन्हें हम अभिमान वश अज्ञानी समझते हैं.

बहादुर वह नहीं है जो भयभीत नहीं होता, बल्कि वह है जो इस भय को परास्त करता है.