Russia-China: रूस और चीन के युद्धपोतों ने संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि सोवियत युग के बाद यह सबसे बड़ा रूसी नौसैनिक अभ्यास है. इस अभ्यास के शुरू होने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिका को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अमेरिका एशिया में मॉस्को को मात देने का प्रयास न करें.
वहीं, अमेरिका का कहना है कि दूसरे अन्य अभ्यासों की तरह ही वह जापान और ओखोत्स्क सागर में शुरू हुए संयुक्त नौसैनिक अभ्यास की निगरानी करेगा. व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि मौजूदा समय में अमेरिका के लिए कोई चिंता की बात नहीं है.
उच्च क्षमता के हथियारों का होगा इस्तेमाल
रूसी राष्ट्रपति ने बताया कि यह रणनीतिक अभ्यास ‘महासागर-2024’ भूमध्य सागर से प्रशांत महासागर तक आयोजित किया जाएगा. साथ ही इसमें युद्ध-तैयारी एवं नए प्रकार समेत उच्च क्षमता के हथियारों का उपयोग किया जाएगा. इतना ही नहीं, यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान से सीखे गए सबक भी इसमें शामिल किए जाएंगे.
किसी भी घटना के लिए रूसी नौसेना…
इस युद्धाभ्यास के अवसर पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने टेलीविजन जरिए सैन्य अधिकारियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हम मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग को मजबूत करने पर विशेष ध्यान देते हैं, जो दुनियाभर में वर्तमान में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के संदर्भ में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. पुतिन ने कहा कि किसी भी घटना के लिए रूस को तैयार रहना चाहिए और ऐसे में उसे अपनी नौसेना को मजबूत बनाना जारी रखना चाहिए.
इसे भी पढें:-India-Pak Relation: ‘भारत में आतंक का बढ़ावा कतई स्वीकार नहीं’, अमेरिका में पाकिस्तान को लेकर बोले राहुल गांधी