Gaza: बीते 11 महीने से हमास और इस्राइल में जंग जारी है. गाजा पट्टी के लोगों पर इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प भारी पड़ रहा है. वहीं, हमास भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. इस बीच एक दुखद खबर सामने आई है. संयुक्त राष्ट्र ने जानकारी दी कि इस्राइली हमले में उसके छह कर्मचारियों की मौत हो गई. दरअसल, गाजा में स्कूल में बने आश्रय स्थल पर इस्राइल ने हवाई हमला किया था. इस हमले में मारे गए लोगों में यूएन के कर्मचारी भी शामिल हैं.
मारे गए कर्मचारी संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) से जुड़े हुए थे. मालूम हो कि यह फलस्तीनी शरणार्थियों की मदद करने वाली एजेंसी है.
मीडिया रिपोर्टों के हवाले से संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि हमलों में कम से कम 34 लोग मारे गए हैं. यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि पीड़ितों में आश्रय प्रबंधक और टीम के अन्य सदस्य शामिल हैं. उसने कहा कि गाजा पट्टी के मध्य क्षेत्र के नुसेरत में स्थित स्कूल पर दो हवाई हमले किए गए. इस हमले में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के 6 कर्मचारी मारे गए.
पांचवीं बार स्कूल को बनाया निशाना
यूएनआरडब्ल्यूए ने आगे कहा, ‘किसी एक घटना में यह हमारे मरने वालों कर्मचारियों की सबसे अधिक संख्या है. मारे गए लोगों में आश्रय के प्रबंधक और विस्थापित लोगों को सहायता प्रदान करने वाले टीम के अन्य सदस्य शामिल थे. उनके परिवारों और प्रियजनों के प्रति सच्ची संवेदना. जबसे युद्ध शुरू हुआ है तब से स्कूल को पांचवीं बार निशाना बनाया जा चुका है.’
शिविर में रह रहे थे 12 हजार से अधिक लोग
मालूम हो कि नूसीरत में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी स्कूल गाजा के मध्य में स्थित है. इस शिविर में 12 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं. 11 महीने पहले संघर्ष शुरू होने के बाद से यह पांचवीं बार है, जब यह हमला हुआ है.
गाजा में जो कुछ भी हो रहा है, स्वीकार करने लायक नहीं
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरेस ने इन हमलों की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि इन अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन को रोकने की जरूरत है. सोशल मीडिया मंच एक्स पर उन्होंने कहा, ‘गाजा में जो कुछ भी हो रहा है वो कतई स्वीकार करने लायक नहीं है. स्कूल से बने शेल्टर में 12 हजार लोग रह रहे थे. इस पर आज फिर इस्राइल ने हवाई हमला किया. हमारे 6 कर्मचारी मारे गए. इस तरह के अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन को रोकने की जरूरत है.’