Samsung Lays Off: दुनिया की शीर्ष कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स दुनियाभर में कुछ डिवीजनों में 30 प्रतिशत तक कर्मचारियों की छंटनी (Samsung Lays Off) करने वाली है. मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी. रिपोर्ट में सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण कोरिया स्थित सैमसंग ने अपनी वैश्विक सहायक कंपनियों को बिक्री और मार्केटिंग कर्मचारियों में लगभग 15% और प्रशासनिक कर्मचारियों में 30 प्रतिशत तक की कटौती करने का निर्देश दिया है. एक व्यक्ति ने बताया कि यह प्लान इस साल के अंत तक लागू की जाएगी और इसका असर अमेरिका, एशिया, यूरोप और अफ्रीका में जॉब पर देखने को मिलेगा.
प्रोडक्शन स्टाफ पर नहीं पड़ेगा असर
एक बयान में, सैमसंग ने कहा कि कुछ विदेशी परिचालनों में किए गए कार्यबल समायोजन नियमित थे, और इसका मकसद दक्षता में सुधार लाना था. सैमसंग ने कहा कि योजनाओं के लिए कोई विशिष्ट लक्ष्य नहीं हैं, साथ ही ये भी बताया कि वे इसके उत्पादन कर्मचारियों को प्रभावित नहीं कर रहे हैं. खबर के अनुसार, इस मामले की जानकारी रखने वाले छह अन्य लोगां ने भी सैमसंग की योजनाबद्ध दुनियाभर में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने की पुष्टि की. हालांकि यह साफ नहीं है कि कितने लोगों को निकाला जाएगा और कौन से देश और व्यावसायिक यूनिट्स पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. सूत्रों ने नाम बताने से इनकार कर दिया क्योंकि नौकरी में छंटनी का दायरा और विवरण गोपनीय रखा गया था.
भारत में चल रही ये एक्टिविटी
सैमसंग की भारतीय इकाई पहले से ही कुछ मध्य-स्तर के कर्मचारियों को विच्छेद पैकेज की पेशकश कर रही थी, जो हाल के हफ्तों में चले गए हैं. भारत की इकाई को छोड़ने वाले कुल वर्कर्स की संख्या एक हजार तक पहुंच सकती है. बता दें कि सैमसंग भारत में करीब 25 हजार लोगों को रोजगार प्रदान करता है. सैमसंग ने 2023 के अंत तक कुल 267,800 लोगों को नौकरी दी. इसकी नवीनतम स्थिरता रिपोर्ट के मुताबिक, आधे से अधिक या 147,000 कर्मचारी विदेशों में मौजूद हैं. रिपोर्ट में बताया गया कि इनमें से अधिकांश नौकरियां मैन्युफैक्चरिंग और विकास क्षेत्र में हैं और ब्रिकी और विपणन कर्मयारी लगभग 25,100 हैं, जबकि 27,800 लोग अन्य क्षेत्रों में कामरत हैं.
चीन में भी पड़ेगा असर
एक रिपोर्ट में बताया है कि चीन में सैमसंग कंपनी ने अपने कर्मचारियों की छटनी के बारे में सूचित किया है, जिससे उसके बिक्री संचालन में करीब 30% कर्मचारियों के प्रभावित हो सकते हैं. कंपनी द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे कहा जा रहा है कि दुनियाभर में टेक प्रोडक्ट की डिमांग में कमी आई है. साथ ही ग्लोबल इकोनॉमी भी धीमी हुई है.
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