Monkeypox Virus vaccine: दक्षिण अफ्रीका में मंकीपॉक्स वायरस ने तबाही मचा दी थी, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफ्रीका में आपातकाल घोषित किया था. वहीं, इस वायरस के प्रकोप के बीच डब्ल्यूएचओ ने एमपॉक्स की नई वैक्सीन को हरी झंडी दिखाई है. 13 सितंबर, शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह अफ्रीका और अन्य स्थानों पर इस बीमारी से लड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.
डब्ल्यूएचओ ने जारी किया बयान
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अघानम घेब्रेयेसस ने कहा, “बवेरियन नार्डिक कंपनी की इस वैक्सीन को यूनिसेफ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन खरीद सकेंगे. हालांकि इसकी आपूर्ति सीमित रहेगी. इस टीके को 4 सप्ताह के अंतराल पर 2 खुराक के इंजेक्शन के रूप में दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने, संचरण को रोकने और जीवन बचाने के लिए अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों की भी तत्काल आवश्यकता है.”
वहीं, डब्ल्यूएचओ ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई एकल खुराक एमवीए-बीएन वैक्सीन लोगों को एमपॉक्स से बचाने में अनुमानित 76 फीसदी प्रभावी है, जबकि 2 खुराक वाली खुराक अनुमानित 82 फीसदी प्रभावी है.”
डब्ल्यूएचओ ने घोषित किया था आपताकाल
बता दें कि अफ्रीका में इस वायरस से हाहाकार मचा दिया था. इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने आपातकाल घोषित किया था. जिसके बाद ही डब्ल्यूएचओ ने इस वैक्सीन को मंजूरी दी है. जानकारी के मुताबिक, इस वैक्सीन के लिए रिकॉर्ड की नियामक एजेंसी और यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने समीक्षा की है.