‘मैं बाइडेन से अलग हूं…, चुनाव से पहले कमला हैरिस को क्यों देना पड़ा ऐसा बयान?

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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US Presidential Election: अमेरिका में इस साल 05 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं. इस बार के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से दावेदारी कर रहे डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला है. दोनों नेताओं के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. कुछ दिनों पहले ही दोनों नेताओं में प्रेसिडेंशिल बहस हुई थी, जिसमें कमला हैरिस ने जीत दर्ज की थी.

इस समय अमेरिका में होने वाला यह राष्ट्रपति पद का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. अब डोनाल्ड ट्रंप जो बाइडेन के कार्यकाल को लेकर कमला हैरिस को भी कठघरे में खड़ा करते आ रहे हैं. ट्रंप कमला हैरिस को भी निशाना पर लेते थे, लेकिन अब हैरिस ने जो बाइडेन के बहाने घिरने से बचने के लिए नया तरीका ईजाद कर लिया है. डेमोक्रेट्स उम्मीदवार कमला हैरिस ने शुक्रवार को कहा कि वह वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन से अलग हैं, क्योंकि वह ‘नयी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व’ करती हैं.

जानिए बयान के मायने

डेमोक्रेट्स उम्मीदवार कमला हैरिस अपने इस बयान के जरिए मतदाताओं में बाइडेन सरकार से अलग छवि बनाना चाहती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हैरिस को डर है कि बाइडेन के कार्यकाल और कामकाज के तरीके को लेकर अगर वह डोनाल्ड ट्रंप से बहस करेंगी तो इसका उन्हें नुकसान हो सकता है. इस वजह से कमला ने खुद को बिल्कल नए अंदाज में पेश करना शुरु कर दिया है.

नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व

एक साक्षात्कार के दौरान डेमोक्रेट्स उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा कि देखिए मैं जो बाइडेन नहीं हूं और मैं ‘नयी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व’ करती हूं. जिन चीजों को एक बार हल्के में लिया गया उन्हें अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उदाहरण के लिए, मेरे पास एक योजना है जो एक नए दृष्टिकोण पर आधारित है. इसके तहत मैं परिवारों के लिए उनके बच्चे के एक वर्ष के होने तक ‘चाइल्ड टैक्स क्रेडिट’ 6,000 अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाना चाहती हूं, क्योंकि यह वर्ष बच्चे के विकास लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसलिए मेरा नजरिया वर्तमान समय को ध्यान में रखते हुए नये विचारों, नयी नीतियों के बारे में है.

हैरिस ने आगे कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मेरा ध्यान इस बात पर है कि 21वीं सदी के साथ तालमेल बिठाने के लिए हमें अगले 10, 20 वर्षों में क्या करना होगा जिसमें अपनी क्षमताओं को और बढ़ाने के साथ-साथ चुनौतियां भी शामिल हैं.

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