Gaza War: हमास और इजरायल के बीच तकरीबन 11 महिने से युद्ध चल रहा है, जिसमें कोई भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि इजरायल की ओर से की जा रही कार्रवाई गाजा पर भारी पड़ रही है. ऐसे में ही गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक 649 पन्नों की अधूरी सूची जारी की. इस लिस्ट में 7 अक्टूबर के बाद से इजरायल हमले में मारे गए फलस्तीनियों के नाम और उम्र शामिल हैं. हैरानी की बात ये है कि इसमें के शुरुआत के 14 पन्ने केवल मासूम बच्चों के नामों से भरे हुए हैं.
42 हजार लोगों की अब तक गई जान
बता दें कि यह सूची स्वास्थ्य मंत्रालय के अपने टेलीग्राम अकाउंट पर जारी की है. वहीं यह भी कहा गया है इस लिस्ट में केवल उन्हीं लोगों के नाम शामिल है, जिनकी जानकारी गाजा के अधिकारियों के पास थी. इस लिस्ट के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक 34 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके है. जबकि वर्तमान में मरने वालों की संख्या 42,000 के करीब है.
यह बच्चों का नरसंहार
इस सूची को लेकर न्यूयॉर्क के हंटर कॉलेज में समाजशास्त्र की प्रोफेसर हेबा गोवेड ने कहा कि यह बच्चों का नरसंहार है. 14 पन्नों में मासूम बच्चों का नरसंहार. यह लोगों को पूरी तरह से मिटाने की कोशिश से कम नहीं है. बता दें कि गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों को स्वतंत्र निगरानीकर्ताओं द्वारा विश्वसनीय माना जाता है.
स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा नष्ट
वहीं, मंत्रालय की ओर से पहले की प्रकाशित की गई नामों की एक सूची की जांच करने के बाद अनुसंधान समूह एयरवार्स ने आधिकारिक एमओएच आंकड़े और फलस्तीनी नागरिकों ने ऑनलाइन रिपोर्ट के बीच एक बड़ा संबंध पाया. समूह ने स्वीकार किया कि आंकड़ों को एकत्र करना तेजी से मुश्किल हो गया है क्योंकि गाजा के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को युद्ध से नष्ट कर दिया गया है.
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