बेरूतः लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को हुए सिलसिलेवार पेजर धमाकों के बाद हिजबुल्ला ने इस्राइल से बदला लेने की धमकी दी है. हिजबुल्ला ने धमाकों का आरोप इस्राइल पर लगाया है. हालांकि, अभी तक इस्राइल की तरफ से इसे लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है. वहीं हमलों में ईरान के राजदूत भी घायल हुए हैं. ऐसे में ईरान और इस्राइल के बीच भी तनाव, जो पहले से ही बढ़ा हुआ है, उसके और भी बढ़ने की आशंका है.
लेबनान में हुए सिलसिलेवार धमाकों में करीब तीन हजार लोग घायल हुए हैं और नौ लोगों की मौत हुई है. हिजबुल्ला ने इस्राइल की इस कथित कार्रवाई को भड़काऊ करार दिया और इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी. हिजबुल्ला ने कहा है कि धमाकों में इसके दो सदस्यों की मौत हुई है और मृतकों में एक युवा लड़की भी शामिल हैं.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबैद ने कहा है कि 2800 लोग घायल हुए हैं. इनमें से कई की हालत गंभीर है. अधिकतर लोगों के मुंह, हाथ और पेट पर चोट लगी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान में नियुक्त ईरान के राजदूत भी पेजर धमाकों में घायल हुए हैं. हालांकि, उनकी हालत गंभीर नहीं है. ईरान के विदेश मंत्री ने इसे लेकर लेबनान के विदेश मंत्री के साथ टेलीफोन पर बात की है और राजदूत की सेहत के बारे में जानकारी ली.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने इस हमल को अंजाम दिया. लेबनान के सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि मोसाद ने ताइवान में बने पेजर्स में उत्पादन के समय ही एक गुप्त विस्फोटक पेजर्स में प्लांट कर दिया था. यह विस्फोटक पेजर की बैटरी के पास ही प्लांट किया गया था, जैसे ही कोड डाला गया, वैसे ही ये विस्फोटक फट गए और उसके असर से बैटरी में भी धमाका हुआ.
अमेरिका ने पेजर धमाकों से अनभिज्ञता जताई और कहा कि उन्हें घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है और उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
लेबनान में हुए हमले ऐसे वक्त में हुए हैं, जब इस्राइल ने हिजबुल्ला के खिलाफ लेबनान में हमले करने का ऐलान किया है. मालूम हो कि हिजबुल्ला गाजा युद्ध की शुरुआत से ही हमास का समर्थन कर रहा है और इस्राइल पर रॉकेट हमले कर रहा है. इस्राइल की तरफ से भी हिजुबल्ला के हमलों का जवाब दिया जा रहा है.
मालूम हो कि हमास चीफ इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या के बाद से ही ईरान और इस्राइल के बीच तनाव चल रहा है. अब बेरूत में हुए पेजर्स धमाकों में ईरान के राजदूत भी घायल हुए हैं. ईरान ने भी इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया है. ऐसे में आशंका है कि इसके बाद इस्राइल और ईरान के बीच तनाव और बढ़ गया है. साथ ही ईरान, हिज्बुल्ला का समर्थन करता है. ऐसे में ईरान और इस्राइल के बीच ठन गई है.