Lebanon Crisis: लेबनान में पेजर ब्लास्ट और हिज्बुल्लाह द्वारा इजरायलियों चौकियों पर हमले होने के बाद अब अमेरिका लेबनान से लेकर साइप्रस तक के करीब 50,000 अमेरिकियों को वहां से निकालने की योजना पर काम कर रहा है. दरअसल, अमेरिका ने आशंका जताई है कि इजरायल लेबनान में जमीनी युद्ध शुरू करने के करीब है.
बता दें कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अधिकारियों के साथ एक बैठक में इस बात को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि इजरायल लेबनान में जल्द ही एक आक्रामक शुरू कर सकता है. वहीं, अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, इजरायल ने देश के दक्षिण से उत्तर तक हजारों विशेष बलों और पैराट्रूपर्स की एक सैन्य टुकड़ी तैनात की है.
लेबनानी एयरपोर्ट पर पेजर्स पर प्रतिबंध
दरअसल, 17 और 18 सितंबर को लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी के जरिए कई धमाके हुए थे, जिसमें कई लोगों की जान भी चली गई थी. जबकि हजारों लोग घायल हुए थे. लेबनान में इन घटनाओं के बाद राजधानी बेरूत के राफिक हरीरी एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली सभी फ्लाइट्स में पेजर और वॉकी-टॉकी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इसके साथ ही सभी यात्रियों से पेजर या वॉकी-टॉकी जैसे उपकरण अपने साथ न लाने की अपील भी की गई. इसके अलावा ये भी कहा गया कि यदि उनके पास ऐसी कोई चीज बरामद होती है, तो उसे तुरंत जब्त कर लिया जाएगा.
पेजर बनाने वाली कंपनी ने किया किनारा
आपको बता दें कि लेबनान में जिन पेजर्स में विस्फोट हुए थे उसे बनाने वाली जापानी कंपनी आईकॉम ने कहा है कि पेजर्स के जिन मॉडल में धमाका हुआ है वे बीते दस साल से बनाए ही नहीं जा रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि मॉडल आईसी-वी 82 का 2004 से 2014 के बीच तक मध्य-पूर्व के देशों में निर्यात किया जाता था. मगर 2014 के बाद से उनका निर्यात बंद हो गया है और उत्पादन भी बंद हो गया है. वहीं, पेजर में बलास्ट होने के कारणों पर कंपनी ने कहा कि उन्हें इस धमाके के पीछे की वजह का कुछ पता नहीं है कि क्या कारण रहा होगा.
इसे भी पढें:-India-America: हिंद महासागर में ड्रैगन पर कसेगा शिकंजा, भारत-USA मिलकर करेंगे काम, जानिए क्या है प्लान