PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों की अमेरिका यात्रा पर आज रवाना हो गए हैं. अमेरिका में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी हिस्सा लेंगे और संयुक्त राष्ट्र में आयोजित होने वाले ‘भविष्य का शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी का जोर अमेरिका और अन्य इंडो-पैसिफिक सहयोगियों के साथ भारत के दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत बनाने पर होगा.
इस यात्रा से पहले भी पीएम मोदी के अमेरिका दौरे की कुछ अनसुनी कहानी हैं. दरअसल, 1997 में नरेंद्र मोदी एक साधारण भाजपा कार्यकर्ता थे. उस वक्त वो विश्व हिंदू परिषद की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमेरिका गए थे.
बैग लेकर भाग गया था चोर
इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जब नरेंद्र मोदी मेजबान के घर वापस लौटे तब उन्हें ज्ञात हुआ कि उनके पास उनका बैग नहीं है. चोर उनका बैग लेकर भाग गया था, जिसमें उनके पासपोर्ट, पैसे औक कपड़े थे. इस घटना के बारे में तत्कालीन बीजेपी कार्यकर्ता एनआरआई हीरूभाई पटेल बताते हैं कि, “तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद नरेंद्र मोदी शांत रहे और सभी को चिंता नहीं करने के लिए कहा, जिससे दबाव में भी शांत रहने की उनकी क्षमता का पता चलता है.”
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पीएम मोदी को लेना पड़ा था कर्ज
बता दें कि इस घटना के अगले 5 दिनों तक नरेंद्र मोदी को अपने मेजबान के घर पर ही रुकना पड़ा था क्योंकि, वो अपने पासपोर्ट का इंतजार कर रहे थे. भारत वापस आने के लिए उन्होंने मेजबान से कुछ डॉलर का कर्ज मांगा और उसे वापस करने का वादा किया. जब नरेंद्र मोदी भारत लौट आए, तो उन्होंने वो कर्ज चुका दिए.
पीएम की यात्रा की अनसुनी कहानियां
पीएम मोदी जब 1997 में अमेरिका यात्रा पर गए थे. तब उन्हें अटलांटा में रहने वाले एनआरआई गोकुल कुन्नाथ ने एयरपोर्ट से रिसीव किया था. कुन्नाथ ने सोचा कि जब नरेंद्र मोदी इतने दिनों के लिए अमेरिका आए हैं, तो उनके पास बहुत सामान होंगे. हालांकि, नरेंद्र मोदी केवल एक छोटे बैग के साथ पहुंचे. ये देखकर कुन्नाथ ने उनसे पूछा कि क्या उनका और सामान रास्ते में है. इस पर नरेंद्र मोदी ने उन्हें जवाब देते हुए कहा, “कोई सामान नहीं है. यात्रा के लिए मेरे पास बस इतना ही है.”