Embassy in India: आज के समय में अधिकांश लोग दूसरे देशों में घूमने, बिजेनस और पढ़ाई करने के लिए जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी दूसरे देश में सफर के दौरान पासपोर्ट, वीजा के अलावा सबसे जरूरी क्या है. इसका उत्तर है दूतावास. जी हां, किसी दूसरे देश में किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने देश में संपर्क करने के लिए अपने देश के दूतावास पर जाना पड़ता है. इतना ही नहीं किसी इमरजेंसी या युद्ध जैसी स्थिति में भी दूतावास के अधिकारी ही अपने देश के नागरिकों की मदद करते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि भारत में कितने देशों के दूतावास मौजूद है.
दूतावास
अब सवाल ये है कि आखिर किसी राष्ट्र में एम्बेसी का क्या काम होता है. बता दें कि दूतावास, किसी बाहर के देश में रहने वाले लोगों की सुरक्षा और हितों की देखभाल करने वाली संस्था है. इसके अलावा दूतावास में ही उस देश के राजदूत रहते हैं, जो अपने देश के साथ राजनयिक संबंध बनाए रखने, वाणिज्य दूतावासों का प्रशासन करने, और वाणिज्य दूतावास सेवाएं देने का काम करते हैं.
विदेश में संपर्क सूत्र
विदेश में अगर किसी नागरिक को किसी भी तरह की समस्या होती है, तो इस स्थिति में वो सीधे उस देश में मौजूद दूतावास में जाकर अपनी परेशानी को अधिकारियों से बता सकता है. इतना ही नहीं दूर देश में आप यदि किसी आपात स्थिति, चोरी, बदमाशी, धमकी सहित किसी फाइनेंस स्थिति का भी सामना करते हैं, तो आप इसकी सूचना सीधे अपने देश के दूतावास को दे सकते हैं.
पासपोर्ट
किसी भी देश में जाने के लिए पासपोर्ट का होना सबसे जरूरी होता है. इतना ही नहीं पासपोर्ट किसी भी देश रहने पर नागरिक के पास होना जरूरी होता है. बिना पासपोर्ट के कोई नागरिक वापस अपने देश नहीं आ सकता है. हालांकि कई बार कुछ हादसों या घटनाओं में नागरिकों का पासपोर्ट गायब या चोरी हो जाता है. ऐसी स्थिति में भी दूतावास के अधिकारी अपने देश के नागरिक की मदद करते हैं. इसके अलावा अगर दूसरे देश में कोई आपको बंदी बनाता है या किसी अन्य तरह का दबाव बनाता है, तो उस स्थिति में भी दूतावास के अधिकारी उस देश की सरकार के साथ मिलकर अपने देश के नागरिक की मदद करते हैं.
भारत में दूतावास
बता दें कि भारत में 156 दूतावास और उच्चायोग हैं. इसके अलावा कई देशों ने भारत के दूसरे शहरों में वाणिज्य दूतावास भी बनाए हैं. राजधानी नई दिल्ली में स्थित अधिकतर राजनयिक मिशन चाणक्यपुरी राजनयिक एन्क्लेव में हैं.
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