भारत में मिला मंकीपॉक्स का एक और मामला, UAE से लौटे शख्स में वायरस की पुष्टी

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Mpox case in India: मंकीपॉक्स भारत में धीरे-धीरे पांव पसार रहा है. भारत में एक और मंकीपॉक्स के मामले की पुष्टी हुई है. अब तक कुल 3 मामले सामने आ चुके हैं. इस बात की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में मंकीपॉक्स का यह तीसरा ममाला है. जिस शख्स में इस संक्रमण की पुष्टी हुई है वह संयुक्त अरब अमीरात से हाल के दिनों में केरल लौटा था.

अब तक मिले तीन मामले

जानकारी हो कि इससे पहले भी केरल से एक मंकीपॉक्स का मामला सामने आया था. यह शख्स भी यूएई से भारत लौटा था. शुरुआती लक्षणों के दिखने के बाद जब मरीज की जांच की गई तो पता चला कि वह मंकीपॉक्स के वायरस से संक्रमित था. केरल में मंकीपॉक्स के पहले मामले के बाद राज्य सरकार ने कहा था कि जिन लोगों की फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री है, वो इस वायरस के लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें. इंडिया में पहला एमपॉक्स का मामला दिल्ली से सामने आया था.

देश में पहला एमपॉक्स का मामला

राजधानी दिल्ली में पहले एमपॉक्स के मामले की पुष्टी की गई थी. उस शख्स ने भी विदेश की यात्रा की थी. शुरुआती लक्षणों के दिखने के बाद से उसकी जांच की गई, जहां इस संक्रमण के होने की पुष्टी की गई थी. मरीज को दिल्ली के एक अस्पताल में आइसोलेट किया गया था. आइसोलेट के समय मरीज की हालत स्थिर थी. गनीमत की बात है कि अब तक मंकीपॉक्स से किसी भी मरीज की जान नहीं गई है.

डब्ल्यूएचओ ने घोषित किया है हेल्थ इमरजेंसी

मंकीपॉक्स का कहर अफ्रीकी देशों में देखने को मिल रहा है. विशेषकर कांगों में इसका व्यापक कहर देखने को मिल रहा है. यहां पर लगातार मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैंं. अफ्रीका में मंकीपॉक्स के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ सप्ताह पहले हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था. WHO का कहना है कि पिछले 2 सालों में मंकीपॉक्स के मामलों में तेजी से उछाल आया है और विश्व के कई देशों में इसका संक्रमण देखने को मिला है.

केंद्र सरकार ने जारी गाइडलाइन

मंकीपॉक्स के विस्तार को देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है. माना जा रहा है कि भारत में अगर संक्रमण को रोकने के लिए खास इंतजाम नहीं किए गए तो इसका परिणाम घातक हो सकता है. आज केंद्र सरकार द्वारा जारी एजवाइजरी में संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की सलाह दी है.

जानिए क्या है मंकीपॉक्स

विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स एक वायरल डिजीज है, जो एमपॉक्स वायरस के जरिए फैलता है. इसका संक्रमण काफी तेज होता और यह किसी को भी जल्दी बीमार डालता है. आसान भाषा में समझें तो मंकी पॉक्स वायरस, स्मॉल पॉक्स (चेचक) की फैमिली या उस जैसे वायरस ग्रुप का मेंबर है. हालांकि, यह चेचक से कम हानिकारक है.

कैसे करें मंकीपॉक्स से बचाव?

  • मंकीपॉक्स वायरस जानवरों से फैलता है. बंदरों और अन्य जानवरों के संपर्क में आने बचें इसी के साथ साफ-सफाई का खास ध्यान रखें.
  • शरीर पर किसी प्रकार के दाने दिखने की स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. सार्वजनिक स्थानों पर नाक और मुंह को ढक कर रखने की कोशिश करें.
  • इससे बचाने के लिए एमपॉक्स वैक्सीन की दो खुराक लें. आप 28 दिनों के अंतराल में दोनों खुराक ले सकते हैं.
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