Pakistan News: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उछाला है. पाकिस्तानी पीएम शरीफ ने यूएन में भारत की बढ़ती सैन्य ताकत और पीओके पर कब्जा करने के लिए एलओसी पार करने की धमकी देने का आरोप लगाया. साथ ही जम्मू-कश्मीर की तुलना फलस्तीन से की. कश्मीर पर शहबाज शरीफ के बयान को लेकर भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है.
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) भारतीय राजनयिक भाविका मंगलानंदन ने पाकिस्तान को सच का आईना दिखाया है और पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के कश्मीर मामलों पर दिए बयानों की आलोचना की और उनके भाषण को हास्यास्पद बताया. बताते चले कि मंगलानंदन ने पाकिस्तानी पीएम के झूठे बयानों की पोल खोलकर रख दी. मंगलानंदन के इन जवाबों की दुनियाभर में चर्चा हो रही है. भारतीय उन पर गर्व महसूस कर रहे हैं.
पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब
भारतीय डिप्लोमैट भाविका मंगलनंदन ने UNGA में पाकिस्तान को जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान की वैश्विक छवि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली है, वह अपने पड़ोसी के खिलाफ सीमापार आतंकवाद को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करता है. भारतीय राजनयिक ने शाहबाज शरीफ के भाषण की आलोचना करते हुए बताया कि पाकिस्तान ने कैसे आतंकवाद का इस्तेमाल कर जम्मू-कश्मीर में चुनावों को बाधित करने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 1971 में नरसंहार किया और लंबे समय तक अल-कायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करता रहा. भारत की ओर से जवाब देते हुए भाविका मंगलनंदन ने साफ कर दिया कि आतंकवाद के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के नतीजे निश्चित तौर पर भुगतने होंगे.
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला…!
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कश्मीर पर दिए गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयानों की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘अपने सबसे खराब रूप में पाखंड’ है. भाविका मंगलानंदन ने कहा कि सेना द्वारा संचालित एक देश, जो आतंकवाद, नशीले पदार्थों, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक प्रतिष्ठा रखता है, उसने ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस’ किया है.
शहबाज के बयान को भारत ने बताया हास्यास्पद
मंगलानंदन ने कहा, ‘इस सभा में आज सुबह खेदजनक रूप से एक हास्यास्पद घटना देखी गई. जैसा कि दुनिया जानती है, पाकिस्तान ने लंबे समय से अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है. इसने हमारी संसद, हमारी वित्तीय राजधानी, मुंबई, बाज़ारों और तीर्थस्थलों पर हमला किया है. सूची लंबी है. ऐसे देश के लिए कहीं भी हिंसा के बारे में बोलना अपने चरम पर पाखंड है.’