घर पर खून से सनी मिट्टी की पूजा करते थे Bhagat Singh, रोंगटे खड़े कर देगी इसके पीछे की वजह

हर साल 28 सितंबर को वीर क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती मनायी जाती है.

आज देशभर में भगत सिंह की 117वीं जयंती मनाई जा रही है. ऐसे में इस खास मौके पर आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ा एक ऐसे किस्सा, जो आपके रोंगटे खड़े कर देगा.

23 सााल की उम्र में ही भगत सिंह देश के लिए फांसी के फंदे पर चढ़ गए थे. बचपन से ही उनके अंदर देश की आजादी का जुनून सवार था.

भगत सिंह अपने घर में खून से सनी मिट्टी रखते थे. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...

दरअसल, एक बार भगत सिंह अमृतसर पहुंचे थे. इस दौरान जलियांवाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा में जनरल डायर ने गोली चलवा दी थी.

इस घटना में सैंकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी, जिससे पूरे देश का दिल दहल गया था.

जब भगत सिंह ने देखा कि जलियांवाला बाग की मिट्टी खून से लाल हो गई है. तब उनके अंदर अंग्रजों के लिए आक्रोश भर गया.

भगत सिंह ने वहां की खून से सनी मिट्टी को एक बोतल में भरकर घर ले आए.

उन्होंने घर जाकर अपनी बहन को बोतल दिखाते हुए कहा कि इसमें देश के शहीदों का खून भरा है. अंग्रेजों ने हमारे सारे लोगों को गोलियों से भून दिया है.

इसके बाद उन्होंने उस बोतल को घर में रखा और चारों तरफ फूल रख दिए.

इसी दौरान भगत सिंह ने ठान ली कि वो इस देश से अंग्रेजों को भगाकर ही दम लेंगे. भगत सिंह रोजाना उस मिट्टी की पूजा करते थे.