UP News: राज्यसभा सांसद व यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के मुख्य अतिथि में स्थानीय लोक भवन में आयोजित गांधी जी एवं शास्त्री जी की जयंती समारोह में तथा श्री बाल सुब्रमण्यम द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के बारे में लिखी गई पुस्तक पर चर्चा करते हुए कहा कि बापू के जीवन का हर एक पल देशवासियों के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन को अहिंसा का ऐसा कारगर मंत्र दिया जिसके चलते ब्रिटिश साम्राज्य का हिन्दुस्तान में सूर्य अस्त हो गया। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति में ऐसे बिरले ही लोग हुए है जो जनता से सिर्फ उस कार्य की अपेक्षा करते हैं जो वे कर सकते हैं।
बापू उनमे से एक थे। उनके जीवन की घटना का उदाहरण देते हुए बताया कि बापू के पास एक बार एक महिला अपने बच्चे को लेकर आई और कहा कि इसके दांत में दर्द है कुछ बता दीजिये इसके जवाब में बापू ने उसे 15 दिन बाद आने को कहा। पन्द्रह दिन बाद जब वह महिला फिर अपने पुत्र के साथ आई तो बापू ने फिर उसे 15 दिन बाद आने को कहा। पन्द्रह दिन बाद जब वह महिला आई तो बापू ने उसके पुत्र से कहा कि गुड खाना बन्द कर दो दांत दर्द ठीक हो जाएगा। इस पर महिला ने आवेश में कहा कि यह बात तो आप महीना भर पहले भी कह सकते थे। इस पर बापू ने कहा कि मै ऐसी बात कैसे कह सकता था जो मैं नहीं कर सकता हूंं। आज मैने गुड खाना बन्द कर दिया है इसलिए ये बात कह रहा हूं। डा शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की सादगी सभी के लिए उदाहरण की तरह है। वे अपने निजी कार्य के लिए किसी प्रकार के सरकारी संसाधन के प्रयोग अनुचित मानते थे और ऐसा करने से बचते थे। भारत की राजनीति के इन दो महापुरुषों ने उच्चस्तर के आदर्श स्थापित किए थे। सांसद ने कहा कि डा आर बालासुब्रमण्यम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर एक पुस्तक लिखी है जिसमें उन्होंने लिखा है कि नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व में तमाम महान हस्तियों की विशिष्टताओं का समावेश मिलता है।
उनमें दीनदयाल जी की तरह एकात्म मानववाद के प्रतिपादन की छमता तो अटल जी का संयम व हाजिरजवाबी एवं आडवानी जी की तरह की दृढता और संगठन कौशल दिखता है। पुस्तक की प्रस्तावना में लिखा गया है कि पहले के भारत में जुगनू रोशनी का प्रतीक था सडके कच्ची थी जिनके पक्की होने की सूरत नजर नहीं आती थी और स्कूलों के बारे में सोंचना भी व्यर्थ लगता था पर 10 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ऐसा बदला है कि आज पक्की सडकों पर गावों में वाहन दौड रहे हैं। गांव गांव बिजली की रौशनी रात को दिन बना रही है और नए आधुनिक स्कूलों में भारत का भविष्य बनाया जा रहा है। गांव में पक्के मकान में हर घर में चूल्हा और शौचालय व बिजली गांव और शहर के अन्तर को मिटा रहे हैं।
पुस्तक में लिखा गया है कि कर्णावती के संघ कार्यालय में एक नौजवान भारत मां की मजबूती की संकल्पना के साथ आखों में चमक एवं दिल में हौसला लिए लगातार कर्मठता से कार्य करता । वह जरूरत पडने पर पोछा भी लगाता तो आवश्यकता होने पर शाखा भी लगाता। यह स्टेशन पर चाय बेचने से भी गुरेज नहीं करता। यह व्यक्ति अपनी मेहनत लगन एवं कर्मठता के बूते धीरे धीरे जीवन में तमाम ऊचाइयों को छूता है। पुस्तक में प्रधानमंत्री के जीवन का मार्मिक वर्णन किया गया है। डा शर्मा ने बताया कि यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत वापस लाए गए देशवासियों की घटना का वर्णन गर्व से भरने और रोमांचित करने वाला है।
ऐसा पहली बार हुआ कि भारत के प्रधानमंत्री के फोन पर युद्धरत देशों ने भारते के लोगों को सकुशल निकलने का रास्ता दिया। तिरंगे को सलाम करते विदेशी सैनिक भारत के बढते गौरव की कहानी कह रहे थे। उनका कहना था कि भाजपा के हर कार्यकर्ता को इस पुस्तक को पढना चाहिए। यह पुस्तक उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराती है। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रदेश अध्यक्ष भाजपा भूपेंद्र चौधरी ने भी संबोधित किया। भारी संख्या में लखनऊ महानगर के कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधीकरण उपस्थित थे।
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