Iran Israel Conflict: इरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. दोनों देशों पर दुनिया के सभी देशों की नजर है. इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इजरायल पर हालिया मिसाइल हमले के जवाब में ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करना चाहिए. उन्होंने यह बातें उत्तरी कैरोलिना में एक चुनाव प्रचार कार्यक्रम के दौरान कही.
दरअसल, हाल के दिनों में ईरान ने इजरायल पर मिलाइल से हमले किए थे. जिसका जवाब इजरायल की ओर से अभी नहीं दिया गया है. ईरान द्वारा किए गए हमले के बाद पश्चिमी देशों के नेताओं ने इजराइल से संयम बरतने की अपील की थी वरना ईरान पर एक बड़े हमले की आशंका जताई जा रही थी. अगर ईरान पर हमले की बात की जाए तो इजरायल के पास हमले के कई विकल्प हैं. इन विकल्पों में सैन्य, आर्थिक या यहां तक कि न्यूक्लियर टारगेट भी शामिल है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्होंने बेंजामिन नेतन्याहू सरकार से कहा था कि अमेरिका जंग का समर्थन नहीं करेगा.
हूती विद्रोहियों पर अमेरिका ने किया हमला
इधर खबर है कि अमेरिका की सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर शुक्रवार को हमला किया और उनकी हथियार प्रणालियों, अड्डों और अन्य उपकरणों को निशाना बनाया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने इस हमले की पुष्टी की है. यमन के हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है. अधिकारियों की मानें तो हूती विद्रोहियों के पांच स्थानों पर स्थित विभिन्न ठिकानों पर सैन्य विमानों और युद्धपोतों के जरिए बमबारी की गई.
एक बयान में बताया गया कि यमन की राजधानी सना के सेयाना क्षेत्र में चार तथा धमार प्रांत में दो हमले किए गए हैं. हूती मीडिया की मानें तो सना के दक्षिण-पूर्व में बायदा प्रांत में भी तीन हवाई हमले किए गए.