Gaza Israel War: इजारायल और हमास के बीच जारी जंग के एक साल पूरे हो गए हैं. साल 2023 में 07 अक्टूबर को पहली बार हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए जंग छेड़ दी.
दोनों के बीच पिछले एक साल से जंग जारी है. ऐसा माना जा रहा है जैसे कि इजरायल ने ठाना है कि वह हमास को मिटा के ही मानेगा. एक साल से जारी संघर्ष ने लाखों परिवारों का सब कुछ छीन लिया है. एक साल से जारी संघर्ष में गाजा शहर एक मलबे का ढेर बन चुका है. इस जंग के कारण नागरिकों के घरों और साथ-साथ स्कूल, हॉस्पिटल, धार्मिक स्थल और सरकारी इमारत सब कुछ इजराइल की बमबारी से तबाह हो चुकी हैं.
मस्जिदें जमींदोज
इजरायल द्वारा किए गए हमलों को लेकर गाजा में धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने बताया कि इजारायल ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार युद्ध के दौरान गाजा में करीब 79 फीसदी मस्जिदों को नष्ट कर दिया है. इस बयान में कहा गया कि मस्जिद ही नही बल्कि गाजा में मौजूद 3 चर्च भी इजराइली बमबारी में जमींदोज हो गई हैं.
इजरायल ने चर्चों पर किया हमला
गाजा में धार्मिक मामलों के मंत्रालय द्वारा एक बयान शनिवार को जारी किया गया. इस बयान में कहा गया कि इजारायल की सेना ने गाजा की 1245 मस्जिदों में से 814 मस्जिदों को जमींदोज कर दिया है. इसमें करीब 148 मस्जिद बमबारी में क्षतिग्रस्त हुई हैं. बयान में कहा गया कि मस्जिदों के साथ-साथ गाजा में तीन चर्च भी नष्ट हुए हैं. वहीं. गाजा की ओर से आरोप लगाया गया कि 60 में से 19 कब्रिस्तानों को जानबूझकर निशाना बनाया गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार जो प्रॉपर्टी नुकसान हुई है उसकी कीमत करीब 350 मिलियन डॉलर बताई है.
कब्रों से निकाले जा रहे शव
गाजा के धार्मिक मामलों के मंत्रालय का आरोप है कि इजरायली सेना ने कब्रों को अपवित्र किया है. वहीं, उसमें से शवों को निकालने और मरने वालों के खिलाफ भी हिंसा के क्रूर कृत्य करने का काम किया है. इसमें उनके अवशेषों को चुराना और उनके शरीर के अंगों को काटना शामिल है.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि धार्मिक स्थलों के विनाश के अलावा उसके अंदर आने वाली 11 प्रशासनिक और शैक्षिक इमारत भी नष्ट कर दी गई हैं. इजराइली सेना के जमीनी हमलों में उसके 238 कर्मचारियों की जान गई है और 19 सेना ने हिरासत में ले लिया है.
गाजा की अपील
मंत्रालय ने गाजा में इजरायली हमले के बाद शुरू हुए मानवीय संकट से निकलने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने की अपील की है. इसका उद्देश्य है कि गाजा के निवासियों के खिलाफ इजरायली नरसंहार को रोका जा सके.
एक साल से जारी जंग में करीब 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं और शरणार्थी शिविरों में रहने को मजबूर हैं. उल्लेखनीय है कि गाजा में इजरायली कार्रवाई के कारण अब तक करीब 42 हजार लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं.