सबसे नीचले स्तर पर पहुंचा अमेजन वर्षावन में रिवर पोर्ट का वॉटर लेवल, ब्राजील में सूखे से हाहाकार

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Amazon rain forest: अमेज़ॅन वर्षावन से एक हौरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है. यहां के सबसे बड़े शहर मनौस में रिवर पोर्ट शुक्रवार को अपने 122 साल के सबसे निजल जल स्तर तक पहुंच गया. इस घटना को देखकर भू-जल और पर्यावरण वैज्ञानिक भी हैरान हैं.

दरअसल, साल 1902 के बाद यह पहला मौका है जब इस रिवर पोर्ट का जल स्तर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचा है. यहां पर भीषण सूखे के कारण सभी जलमार्ग नष्ट हो गए हैं. पोर्ट पर सूखे के चलते अनाज निर्यात और आवश्यक आपूर्ति का परिवहन भी बाधित हो गया है, जो इस क्षेत्र की जीवन रेखा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सूखे की मुख्य वजह औसत कम बारिश है. सबसे हैरान करने वाली बात है कि बरसात के मौसम मेंं भी यहां पर काफी कम बारिश हुई है. पिछले साल अमेजन और दक्षिण अमेरिका के अधिकांंश इलाकों में कम बारिश और सूखा देखने को मिल रहा है.

वहीं, ब्राजील और बोलीविया में एक दशक से भी अधिक समय से सबसे भीषण जंगली आग लगी है. वहीं, रिसर्चर्स का कहना है कि जलवायु परिवर्तन ही इसका मुख्य कारण है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अमेज़ॅन क्षेत्र 2026 तक नमी के स्तर को पूरी तरह से ठीक नहीं कर पाएगा.

जलस्तर और जाएगा नीचे

दरअसल, पिछले साल सूखा एक मानवीव संकट बन गया था. ऐसा इसलिए क्योंकि नदियों पर निर्भर लोग भोजन, पानी और दवा की कमी के कारण बुरी तरीके से फंसे थे. हालांकि इस साल अधिकारी पहले से ही सतर्क हैं. राज्य के नागरिक सुरक्षा कोर के अनुसार बुरी तरीके से प्रभावित अमेज़ॅनस राज्य में कम से कम 62 नगर पालिकाएं आपातकाल की स्थिति में हैं. वहीं, करीब 5 लाख लोग इससे प्रभावित हैं.

बता दें कि बंदरगाह परिचालन प्रमुख मेंडोंका ने कहा कि मनौस बंदरगाह 120 से अधिक वर्षों में यह अब तक का सबसे गंभीर सूखा है. नदी का स्तर अगले एक या दो सप्ताह तक और गिरने की आशंका है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि शुक्रवार को रियो नीग्रो नदी का तापमान 12.66 मीटर मापा, जो पिछले साल दर्ज किए गए अब तक के सबसे निचले स्तर को पार कर गया है और अभी भी तेजी से गिर रहा है.

सबसे बड़ा सूखा

राष्ट्रीय आपदा निगरानी एजेंसी सेमाडेन ने कहा कि यह 1950 के बाद का सबसे बड़ा सूखा है. सूखे ने ब्राजील की बिजली के मुख्य स्रोत जलविद्युत संयंत्रों को भी प्रभावित किया है. यहां पर ऊर्जा के अधिकारियों ने बिजली बचाने के लिए डेलाइट सेविंग टाइम को वापस लाने की मंजूरी दे दी है.

बता दें कि अत्यधिक मौसम और शुष्कता दक्षिण अमेरिका के अधिकांश हिस्से को प्रभावित कर रही है. पराग्वे नदी भी इस समय अब तक के सबसे नीचले जलस्तर पर है. वह नदी ब्राजील, पैराग्वे और अर्जेंटीना से होकर अटलांटिक में बहती है.

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