पीएम मोदी के लिए क्यों खास है 07 अक्टूबर? अमित शाह ने कहा ‘मैं भी हूं साक्षी…

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Prime Minister Narendra Modi 23 Years Journey: 07 अक्टूबर का जिक्र आते ही सभी के मन इजरायल और हमास के बीच जारी जंग का ख्याल आता है. आज यानी 07 अक्टूबर को इस जंग की बरसी है. हालांकि, यह तारीख एक और मायने में बेहद खास है. 07 अक्टूबर की तारीख पीएम मोदी से भी जुड़ी है. इसी तिथि को पीएम मोदी के जीवन एक बड़ा और बेहद महत्वपूर्ण मोड़ आया था.

दरअसल, आज से ठीक 23 साल पहले यानी 07 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी. यह केवल गुजरात के लिए नहीं, बल्कि भारत की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था. हालांकि, काफी कम लोग ही जानते हैं कि आखिर नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम कैसे बने और उनकी इस यात्रा की शुरुआत कहां से हुई और इसकी कहानी क्या है. इसके बारे में आइए आपको बताते हैं.

जानिए पीएम मोदी यात्रा की कहानी

दरअसल, इस खास तिथि को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की गई. इस पोस्ट में कहा गया कि साल 2001 तक, मोदी सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में तीन दशक बिता चुके थे. आरएसएस के एक साधारण प्रचारक से लेकर भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने अपने नेतृत्व के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में अपनी पहचान बना ली थी. लेकिन तब भी बहुत कम लोग जानते थे कि 1965 में कांकरिया वार्ड सचिव के रूप में जनसंघ से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने वाले मोदी अब एक ऐतिहासिक छलांग लगाने वाले थे. वह अब 51 साल के भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे.

आगे इस पोस्ट में बताया कि पार्टी के सदस्यों के बीच ‘नमो’ के नाम से पुकारे जाने वाले मोदी ने वर्षों तक भाजपा को गुजरात में एक मजबूत पार्टी के रूप में स्थापित करने के लिए मेहनत की. उस समय, गुजरात में कांग्रेस का दबदबा था और भाजपा की उपस्थिति बहुत कमजोर थी. 1984 में गुजरात से केवल एक भाजपा सांसद थे, ए.के. पटेल. जो मेहसाणा से चुने गए थे.

नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता, रणनीतिक योजना और कड़ी मेहनत ने बीजेपी को गुजरात में बड़ीं ऊचांई पर पहुंचाया. मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने न केवल कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्रों में जगह बनाई, बल्कि राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को भी पूरी तरह से बदल दिया. उनके संगठनात्मक मजबूती के साथ पार्टी को उन क्षेत्रों में पैर जमाने में मदद की, जहां भाजपा का पहले कोई खास प्रभाव नहीं था.

आरएसएस ने दिए थे यह निर्देश

इस पोस्ट में आगे बताया गया है कि 1985 में जब आरएसएस ने नरेंद्र मोदी को भाजपा के साथ काम करने का निर्देश दिया, तब उनके राजनीतिक कौशल और दूरदर्शिता ने भाजपा को कांग्रेस के खिलाफ एक गंभीर चुनौती देने वाली पार्टी के रूप में उभरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वहीं, पार्टी नेतृत्व ने उनको राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किया और 7 अक्टूबर 2001 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके नेतृत्व में गुजरात ने विकास के नए आयाम देखे. इसी क्षमता ने उनको देश का प्रधानमंत्री बनने में मदद की थी. इसी तरीके से 23 साल पहले की यह घटना उनके जीवन में एक मील का पत्थर साबित हुई थी. इस घटना ने भारत की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व को स्थापित किया.

गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस खास दिन पर पिछले कई दशकों से गुजरात से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में हमेशा उनके साथ रहने अमित शाह ने उनको बधाई दी है. केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने पीएम मोदी के इन 23 सालों को याद करते हुए उन्हें बधाई दी है.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक जीवन में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में 23 वर्ष पूरे हुए हैं. एक व्यक्ति अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित और जनसेवा को कैसे समर्पित कर सकता है, यह 23 वर्ष की साधना उस अद्वितीय समर्पण की प्रतीक है. यह 23 वर्षीय यात्रा, सामाजिक जीवन जीने वालों के लिए जीवंत प्रेरणा है. मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मैं उनकी इस यात्रा का साक्षी रहा हूं.”

अमित शाह ने लिखा कि पीएम मोदी ने यह दिखाया कि कैसे गरीब कल्याण, विकास, देश की सुरक्षा व वैश्विक पहचान को मजबूती देने के कार्य समानांतर किए जा सकते हैं. उन्होंने समस्याओं को टुकड़ों में देखने की जगह, समग्र समाधान का विजन देश के सामने रखा.

पीएम मोदी को एक्स पर टैग करते हुए गृहमंत्री शाह ने लिखा कि बिना रुके, बिना थके, बिना अपनी परवाह किये देश और देशवासियों के लिए समर्पित ऐसे राष्ट्र साधक मोदी जी को सेवा और समर्पण के 23 वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देता हूं.

पीएम का 23 सालों का सफर

गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पहली बार नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को शपथ ली थी. इसके बाद वह लगातार चुनाव जीत कर गुजरात के मुख्यमंत्री बनते रहे. आगे चलकर वह साल 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बनें. इसी वर्ष 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में तीसरी बार चुनाव जीतकर नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं.

(Source- Modi Archive on X)

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