Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस ने इमरान खान और उनकी पार्टी के नेता, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई की ओर से पिछले दिनों किए गए विरोध-प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी की मौत हुई थी. इसे लेकर पाकिस्तान सरकार ने यह कदम उठाया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को सरकार की तरफ से संघीय राजधानी के नून पुलिस स्टेशन में हत्या के प्रयास, आगजनी, राज्य पर हमला और पुलिस कर्मियों के खिलाफ हिंसा के साथ-साथ आतंकवाद विरोधी अधिनियम (एटीए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पाकिस्तान सरकार ने जेल में बंद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक व पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और खैबर पख्तूनख्वा के सीएम अली अमीन गंडापुर पर इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र के पुलिस के कांस्टेबल अब्दुल हमीद की हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है. बताया गया कि पुलिसकर्मी पर शुक्रवार रात को पीटीआई के विरोध-प्रदर्शन के दौरान डी-चौक पर उपद्रवियों ने हमला किया था. उपचार के दौरान दो दिन बाद पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी.
बताया जा रहा है कि पीटीआई ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई, न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बढ़ती महंगाई के विरोध में डी चौक पर प्रदर्शन किया था. सरकार ने शुक्रवार को रैली को रोकने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों और पार्टी समर्थकों के बीच तीखी झड़पें हुईं. इसके चलते पुलिसकर्मी हमीद की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. बताया जाता है कि मुकदमे में पीटीआई नेता आजम स्वाति, उमर अयूब, बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ, पीटीआई इस्लामाबाद के अध्यक्ष आमिर मुगल, मलिक हफीज उर रहमान टीपू और 500 अन्य अज्ञात व्यक्तियों को भी नामजद किया गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों ने शनिवार को इस्लामाबाद के डी-चौक के साथ-साथ लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान पर भी हमला किया था. सोमवार को लाहौर की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने शनिवार को मीनार-ए-पाकिस्तान के बाहर विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमला करने और सार्वजनिक सभा के उल्लंघन से संबंधित चार मामलों में 130 पीटीआई समर्थकों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया. लाहौर पुलिस ने रविवार को खान सहित 200 से अधिक पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आतंकवाद के आरोप में मामला दर्ज किया था. पूर्व प्रधामंत्री की बहन अलीमा खान और उज्मा खान को भी विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था.