Navratri Ashtami 2024: इस बार नवरात्रि के अष्टमी और नवमी व्रत को लेकर बड़ा कंफ्यूजन बना हुआ है. तिथियों का ऐसा फेर है कि एक ही दिन में दो तिथियां लग रही हैं. यहीं क्रम दशहरे तक चल रहा है. ऐसे में इस बार अष्टमी और नवमी व्रत को लेकर कंफ्यूजन है कि किस दिन व्रत रखा जाएगा. आइए काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नाचार्य से जानते हैं कि कब रखा जाएगा दुर्गाष्टमी और नवमी का व्रत…
कब है अष्टमी और नवमी का व्रत ?
काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नाचार्य के अनुसार, अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर 7:30 प्रातः से आरंभ हो गई है. जो 11 अक्टूबर को सुबह 6:52 तक रहेगी. इसलिए उदयातिथि के मान्यतानुसार अष्टमी का व्रत 11 अक्टूबर को रखा जाएगा. साथ ही इसी दिन नवमी तिथि का व्रत भी रखा जाएगा. क्योंकि, नवमी तिथि 11 अक्टूबर को सुबह 6:52 से शुरू होगी जो अगले दिन सुबह 5:47 तक रहेगी. जिसके कारण नवमी का व्रत भी तारीख 11 को ही करना सर्वमान्य और उचित रहेगा
जानिए कब करें कन्या पूजन ?
तिथि के हेरफेर के चलते अस्मंजस की स्थिति बनी हुई है कि कन्या पूजन कब करना है. जिन लोगों के यहां महा अष्टमी पूजा होता है उन्हें कन्या पूजन 11 अक्टूबर शुक्रवार के दिन करना होगा और जिन लोगों को नवमी तिथि का पूजन करना है वह भी इसी दिन कन्या पूजन कर लें. क्योंकि, इसके बाद दशमी तिथि आरंभ हो जाएगी.