Hurricane Milton: अमेरिका में मिल्टन तूफान ने कहर बरपाया है. अमेरिका के फ्लोरिडा में इस तूफान ने तबाही मचा दी है. तेज हवाओं के साथ बारिश के साथ इस ने तूफान ने शहरों को तबाह किया और गुरुवार को अटलांटिक महासागर में प्रवेश कर गया. तूफान के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत की सूचना है.
मिल्टन तूफान बुधवार रात टैम्पा से लगभग 112 किलोमीटर दक्षिण सिएस्टा पर श्रेणी तीन के तूफान के रूप में टकराया था. इस तूफान के कारण फ्लोरिडा में 30 लाख से अधिक घरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. इसी के साथ शहर के कई इलाकों को भारी नुकासान का सामना करना पड़ा है.
आगे भी है खतरा
इस तूफान के कहर के बाद गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने जानकारी देते हुए कहा कि तूफान के कारण यह सबसे बुरी स्थिति नहीं है. टैम्पा में जिस प्रलयकारी तूफान की आशंका थी, वैसा देखने को नहीं मिला है. हालांकि, इलाके में अब भी एक बड़ी आपात स्थिति है. उन्होंने बताया कि तूफान के कारण इलाके के कुछ हिस्सों में 18 इंच (45 सेंटीमीटर) बारिश दर्ज की गई. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है और फ्लोरिडा के पूर्वी-मध्य तट के अधिकांश भाग और जॉर्जिया के उत्तर में तूफानी लहरों की चेतावनी जारी की गई है.
घरों को पहुंचा नुकसान
फ्लोरिडा में आए तूफान के कारण अटलांटिक तट पर फोर्ट पियर्स के पास स्थित स्पेनिश लेक्स कंट्री क्लब को भारी नुकसान पहुंचा है. इस इलाके में कई मकान नष्ट हो गए हैं. इस कारण कुछ निवासियों की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार तूफान की वजह से लगभग 80,000 लोगों ने आश्रय स्थलों में रात बिताई और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा.
बाइडेन ने किया था इमरजेंसी का ऐलान
फ्लोरिडा में तूफान को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की गई थी. इस तूफान को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फ्लोरिडा के लिए एक इमरजेंसी का ऐलान किया था. लोगों को तुरंत राहत पहुंचाने के लिए 7 हजार से अधिक बचावकर्मियों को तैनात किया गया था. तूफान मिल्टन के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी जर्मनी और अंगोला की यात्रा को भी स्थगित कर दिया था. अमेरिका के राष्ट्रपति ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की थी और कहा था कि यह जिंदगी और मौत का मामला है.