Israel Gaza War: इजराइल ने एक बार फिर गाजा पर बमों की बारिश की है. चिकित्सकों ने बताया कि इजराइली सैन्य हमलों में कम से कम 29 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. वहीं, अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसियों का कहना है कि जबालिया में हजारों लोग फंसे हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, इजराइली सैनिकों ने रात भर गाजा पर हमला किया है. लोगों ने कहा कि इजराइली सेना ने जबालिया पर हवाई और जमीन से हमला जारी रखा है, जो एन्क्लेव के उत्तर में है और इसके ऐतिहासिक शरणार्थी शिविरों में सबसे बड़ा है.
आंतरिक मंत्रालय ने किया अपील
इजराइली सेना ने शनिवार को गाजा शहर के उत्तरी किनारे पर नए निकासी आदेश पारित किए, जो कि एन्क्लेव के उत्तर में भी स्थित है. सेना ने कहा कि यह इलाका एक खतरनाक युद्ध क्षेत्र है. एक बयान में, गाजा के हमास द्वारा संचालित आंतरिक मंत्रालय ने निवासियों से अपील किया कि वो एन्क्लेव के उत्तरी क्षेत्रों में न जाएं और साथ ही दक्षिण की ओर जाने से बचें, जहां हर इजराइल हर दिन बमबारी कर रहा है.
हमास के लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई
इजराइली सेना ने कहा कि वह हमास के लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो नागरिक इमारतों का उपयोग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में कमल अदवान अस्पताल सहित क्षेत्रों को खाली करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए थे. इसमें कहा गया है कि मरीजों को अस्पताल से गाजा सिटी ले जाने के लिए एक निकासी काफिला शनिवार को सुविधा के लिए ईंधन की आपूर्ति के साथ पहुंचा था. हाल के दिनों में सेना ने कहा था कि जबालिया और आसपास के इलाकों में सक्रिय बलों ने दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया, हथियार ढूंढे और सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया.
गाजा पट्टी में अभियान जारी
शनिवार को, इजराइली ने कहा कि टैंक की गोलीबारी, नजदीक से की गई गोलीबारी और हवाई हमलों में 20 से अधिक लड़ाके मारे गए हैं क्योंकि सेना ने पूरे गाजा पट्टी में अभियान जारी रखा है. इस क्षेत्र में ऑपरेशन एक हफ्ते पहले शुरू हुआ था और तब सेना ने कहा था कि इसका उद्देश्य हमले कर रहे आतंकवादियों के खिलाफ लड़ना और हमास को फिर से संगठित होने से रोकना था. हमास इस बात से इनकार करता है कि उसके लड़ाके जानबूझकर नागरिक क्षेत्रों को अड्डे के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
गाजा में कोई सुरक्षित नहीं
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने पिछले हफ्ते जबालिया में मारे गए लोगों की संख्या लगभग 150 बताई है. फिलिस्तीनी और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि गाजा में कोई सुरक्षित क्षेत्र नहीं है. उन्होंने उत्तरी गाजा में भोजन, ईंधन और चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर कमी पर भी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि वहां अकाल का खतरा है.