India Bangladesh Relation: बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध प्राधिकरण ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत कुल 45 लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. इसी बीच देश के अंतरिम सरकार के एक शीर्ष सलाहकार ने कहा है कि यदि भारत द्वारा संधि में किसी प्रावधान का हवाला देकर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यार्पण से इनकार करने का प्रयास किया जाएगा, तो उनका देश कड़ा विरोध करेगा.
‘भारत शेख हसीना को वापस भेजने लिए बाध्य’
आसिफ नजरूल ने कहा कि यदि प्रत्यर्पण संधि को सही मायने में देखेंगे तो भारत शेख हसीना को वापस बांग्लादेश भेजने लिए बाध्य है. उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच पहले से ही प्रत्यर्पण संधि है. वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा करणों के कारण से शेख हसीना उनके देश में हैं. इससे पहले भी नजरूल ने कहा था कि केस पर कार्रवाई शुरू होने के बाद बांग्लादेश औपचारिक रूप से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करेगा.
शेख हसीना के खिलाफ वारंट जारी
हालांकि जानकारों का कहना है कि इस मामले में अंतरिम सरकार आवश्यक कदम उठाएगी और हसीना को वापस लाने की कोशिश करेगी. क्योंकि आईसीटी ने उनके और अवामी लीग के शीर्ष नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. ऐसे में ही शेख हसीना के प्रतिद्वंद्वी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के महासचिव एडवोकेट रूहुल कबीर रिजवी ने कहा कि हसीना को शरण देना एक हत्यारे और अपराधी को शरण देने जैसा है. हमें उन्हें वापस लाने के लिए बेहतर कूटनीति का इस्तेमाल करना होगा.
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