Canada: कनाडा और भारत के बिगड़ते संबंधों के बीच कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों की गतिविधियां तेज हो गई है. खालिस्तान समर्थकों ने वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने प्रदर्शन किया है और कांसुलट को बंद करने की मांग की. इसके साथ ही खुलेआम भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान किया गया. खालिस्तानी समर्थकों की इन गतिविधियों के वजह से कनाडा में भारतीय राजनयिकों के लिए लगातार खतरा पैदा हो रहा है. भारत की लगातार मांग के बाद भी ट्रूडो की सरकार खालिस्तानियों पर लगाम नहीं लगा रही है. ऐसा लगता है कि कनाडा में खालिस्तानियों को भारत के खिलाफ काम करने की छूट दे रखी है.
तिरंगे का किया अपमान
शुक्रवार दोपहर बाद (भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह) खालिस्तानी प्रदर्शनकारी वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने इकट्ठा हो गए. इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला ले रखा था. वाणिज्यिक दूतावास के सामने ही तिरंगे का अपमान किया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने ट्रूडो सरकार से पूरे कनाडा में भारतीय वाणिज्य दूतावास को बंद करने की मांग की.
भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव
ये प्रदर्शन ऐसे वक्त में हुए हैं, जब दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनाव भरे दौर से गुजर रहे हैं. कनाडा ने भारत के शीर्ष राजनयिकों पर गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता का बेबुनियाद आरोप लगाया था, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था. बीते 14 अक्टूबर को भारत ने अपने 6 राजनयिकों को भारत वापस बुला लिया था. साथ ही कनाडा के छह राजनयिकों को भारत ने निष्कासित कर दिया.
भारतीय डिप्लोमेट्स को नोटिस
बता दें कि बीते शुक्रवार को कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश में बाकी बचे भारतीय राजनयिक भी ‘साफ तौर से नोटिस पर हैं. इनमें से 6 को निष्कासित कर दिया गया है. इनमें ओटावा में तैनात उच्चायुक्त भी शामिल हैं और दूसरे अधिकारी टोरंटो और वैंकूवर से हैं. मेलानी जोली ने कहा कि उनकी सरकार ऐसे किसी भी राजनयिक को बर्दाश्त नहीं करेगी जो विएना संधि का उल्लंघन करे.
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