काबुल में एयरपोर्ट के पास धमाका, आखिर कैसी थी आवाज? दागी गई मिसाइल या हुआ कोई ब्लास्ट

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

airport multiple explosion in Kabul: भारत में पिछले दिनों 70 से अधिक हवाई जहाजों में बम होने की धमकियां दी गई, हालांकि जांच में पता चला कि यह धमकियां झूठी हैं. इन सब के बीच अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से एक परेशान करने वाली खबर सामने आई है.

जानकारी के अनुसार वहां के एयरपोर्ट के पास एक के बाद एक तीन बम धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं. आधिकारिक तौर पर इन धमाकों की कोई पुष्टी नहीं हो सकी है कि आखिर किसको टारगेट करने की कोशिश की गई थी. ये कोई पहली घटना नहीं है जब काबुल में ऐसे धमाके हुए हों. इससे पहले भी वहां शिया अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाकर कई हमले किए गए हैं.

पहले भी हुए धमाके

बीते समय 12 अगस्त को एक वैन में धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी. इस घटना की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी. इस आतंकी संगठन का मकसद आम तौर पर सार्वजनिक स्थानों और शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाना है.

खास बात है कि काबुल एयरपोर्ट पर धमाके ऐसे समय पर हुए हैं, जब तालिबान के कब्जे के बाद से बिगड़ते हालातों के चलते विदेशी नागरिकों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास जारी है. इससे पहले भी काबुल के एयरपोर्ट पर हमले हुए इसमें मस्जिदों, अस्पतालों और विद्यालयों को निशाना बनाने की कोशिश की गई. यहां हुए हमले के बाद इस्लामिक स्टेट ने एक बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने शिया अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाते हुए धमाका किया था.

काबुल में बढ़ रहीं ऐसी घटनाएं

उल्लेखनीय है अफगान अधिकारियों ने एक भारतीय विमान को अपने एयरस्पेस का उपयोग करने से रोक दिया, ऐसा इसलिए क्योंकि उस विमान में बम होने की धमकी मिली थी. जिस वजह से विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा था. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हाल ही में वास्तविक बम धमाके सुने गए हैं. इसके बाद रविवार को फिर से एयरपोर्ट के पास धमाकों की आवाज सुनाई दी है. बता दें कि काबुल में लगातार धमाकों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिनमें प्रमुखता से शिया अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है.

Latest News

Manipur Violence: जेपी नड्डा ने खरगे को लिखा पत्र, कहा- ’90 के दशक में लिए गए गलत फैसलों को..’

Manipur Violence: इस साल की शुरुआत में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मणिपुर में हिंसा के मुद्दे को...

More Articles Like This