Cyclone Dana: बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव वाला क्षेत्र चक्रवाती तूफान दाना का रूप ले चुका है. आज शाम चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा के तट से सकता है, जिसकी रफ्तार 110-120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, 24 और 25 अक्टूबर को कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी होने की संभावना है.
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ को लेकर एनडीआरएफ की 56 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में तैनात किया गया है. आईएमडी के अनुसार ‘दाना’ चक्रवात तेजी से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चक्रवाती तूफान को Dana नाम कैसे मिला. इसका हिंदी में मतलब क्या होता है. आइए जानते हैं.
इस देश ने दिया चक्रवात को नाम
इस बार चक्रवात को ‘दाना’ नाम कतर देश ने दिया है. दरअसल, कतर ने चक्रवातों के लिए बनाए गए मानकों के आधार पर ‘दाना’ नाम दिया है. आमतौर पर हर साल दो-तीन चक्रवात आते हैं, जिनके नाम बेहद अनोखे होते हैं. ‘दाना’ से पहले ‘असना’ का कहर देखने को मिला था. उससे भी पहले बिपरजॉय, रेमल जैसे चक्रवाती तूफानों ने तटीय राज्यों में उथल-पुथल मचा दी थी.
‘दाना’ का अर्थ
अरबी में ‘दाना’ का मतलब ‘उदारता’ होता है. कतर ने क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण की मानक परंपरा के अनुसार इस चक्रवात का नाम चुना है.
कब हुई नामकरण की शुरुआत?
साल 1953 में अटलांटिक क्षेत्र में चक्रवाती तूफानों के नामकरण की परंपरा शुरू हुई थी, लेकिन हिंद महासागर में साल 2000 में WMO/ESCAP के तहत नामकरण का सिलसिला शुरू हुआ. इस ग्रुप में शुरुआत में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, ओमान, बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव और थाईलैंड शामिल थे, लेकिन साल 2018 में इस समूह का विस्तार हुआ, जिसके बाद ईरान, यमन, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरत भी शामिल हो गए.
नामकरण की लिस्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने साल 2020 में चक्रवातों के लिए 169 नामों के सुझाव वाली एक लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में हर देश द्वारा सुझाए गए 13 नाम शामिल हैं.
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