भारतीय परमाणु पनडुब्बी के रूसी पितामह इगोर स्पास्की का निधन, भारत के थें सच्चे दोस्त

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Igor Spassky: सबमरीन डिजाइन करने दुनिया के बेताज बादशाह रूसी इंजीनियर इगोर स्‍पास्‍की का 98 साल उम्र में 22 अक्‍टूबर को निधन हो गया है. इगोर एक दूरदर्शी वैज्ञानिक थे जिन्‍होंने पहले सोवियत संघ और उसके बाद रूस के महाशक्तिशाली पनडुब्‍बी बेड़े को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्‍होंने अपना पूरा जीवन सबमरीन डिजाइन और इंजीनियरिंग में कुर्बान कर दिया था. वि‍शेषज्ञों का कहना है कि इगोर ने ही भारत की पहली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्‍बी अरिहंत का डिजाइन किया था.

बता दें कि इगोर बहुत निचले पायदान से शुरू करके सेंट्रल डिजाइन ब्‍यूरो ऑफ मरीन के प्रमुख बने थें. इगोर को उनके शानदार पनडुब्‍बी डिजाइन और तकनीक में योगदान के लिए सदैव ही याद किया जाएगा. इगोर स्‍पास्‍की दुनिया के सबसे चर्चित सबमरीन डिजाइनरों मे से एक थें, इन्‍होंने विस्‍की, फॉक्‍सट्रोट, यांकी, ऑस्‍कर, डेल्‍टा और टायफून जैसे सबमरीन को डिजाइन किया हैं. इन सबमरीन को उनके जमाने में अत्‍याधुनिक क्षमता और स्‍टील्‍थ तकनीक की वजह से जाना जाता था.

भारत के करीबी दोस्‍त थे इगोर

इगोर की डिजाइन की गई पनडुब्बियों ने सोवियत नौसेना को ताकतवर बनाने में अहम भूमिका निभाई है. वो अपने दोस्‍ताना व्‍यवहार के लिए जाने जाते थे. वहीं, भारत के सबसे करीबी दोस्‍तों में शामिल थे. यही वजह है कि उन्‍हें ‘ए फ्रेंड ऑफ इंडिया’ भी कहा जाता था. रूस के इस दूरदर्शी डिजाइनर ने न केवल सोवियत संघ बल्कि उसके सहयोगी देशों की रणनीतिक क्षमता को बढ़ाया है.

भारत की पहली परमाणु पनडुब्बी के जनक

दरअसल, साल 1971 में जब भारत को दुनिया के हर देश ने परमाणु पनडुब्‍बी बनाने से मना कर दिया था तब रूस ने ही मदद की थी. कई विशेषज्ञों का मानना है कि रूसी इंजीनियर इंगोर ही भारत की पहली परमाणु पनडुब्बी अरिहंत के जनक थे. उन्‍होंने सीक्रेट तरीके से भारत की मदद की थी. ऐसे में भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने की दिशा में इगोर के इस योगदान को आने वाले कई दशकों तक याद रखा जाएगा और उनकी परंपरा से दुनियाभर के इंजीनियर और वैज्ञानिक प्रेरणा लेंगे.

चीन और पाकिस्‍तान से भारत को बड़ा खतरा

भारत और रूस की यह दोस्‍ती साल 1971 के बांग्‍लादेश युद्ध से प्रगाढ़ हुई और आज भी जारी है. हालांकि अब भारत ने अरिहंत श्रेणी की 4 परमाणु सबमरीन बना ली है. भारत ने यह परमाणु पनडुब्‍बी ऐसे वक्‍त पर बनाई है जब उसके पड़ोसी चीन और पाकिस्‍तान दोनों ने परमाणु बम का जखीरा बना लिया है. इसके साथ ही चीन बहुत बड़े पैमाने पर परमाणु सबमरीन बना रहा है, जो आने वाले समय में भारत के लिए बड़ा खतरा बन सकता है.

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