काशी में बना ‘विकास का इतिहास’ अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं, ‘काशी का कायाकल्प’ मेगा कॉन्क्लेव में बोले रविंद्र जायसवाल

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Kashi Ka Kayakalp Live Update: भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी में ‘काशी का कायाकल्प’ मेगा कॉन्क्लेव का आयोजन कर रहा है. इस कॉन्क्लेव की शुरुआत आज सुबह 11 बजे हो गई. इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन यूपी के राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.

यूपी के राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल (स्वतंत्र प्रभार) से इस कॉन्क्लेव में कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की गई. इस दौरान उन्होंने कहा कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ का कायाकल्प होने के बाद पर्यटकों में जबरदस्त वृद्धि हुई है. जिससे हजारों करोड़ रुपये भी आए हैं. वहीं, सपा और कांग्रेस के गठबंधन की चुनौती के सवाल पर उन्होंने कहा कि बनारस में अब कोई कमी नहीं है, इसलिए विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. पहले विपक्ष का काम था कमियां गिनाना, लेकिन अब कमियां बची ही नहीं. विपक्ष का काम इस समय केवल मीडिया के माध्यम से बोलना रह गया है

Kashi Ka Kayakalp Live Update (1)

काशी में बना विकास का इतिहास

उन्होंने कहा धर्म कला, शिक्षा, संगीत के साथ ही काशी साहित्यकार और संगीतकारों का शहर है. जैन परंपरा के चार तीर्थंकरों का जन्मस्थान काशी है. 2600 साल पहले भगवान बुद्ध ने यहीं से दीक्षा देकर कई बौद्ध अनुवाई देश बना दिए. काशी से सांसद चुने जाने के बाद मोदी जी प्रधानमंत्री बने, इसके बाद 48000 करोड़ रूपये के विकास का इतिहास बनाया गया.

काशी विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में करीब 700 करोड़ रुपये लगाया गया. इससे तमाम छोटे व्यापारी तबके के लोगों को लाभ हुआ है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में 700 करोड़ लगने के बाद हजारों करोड़ रुपये पर्यटन के बढ़ने से काशी मे आए हैं, यह भी विकास है. उन्होंने कहा कि आज देश ही नहीं देश के बाहर के लोग भी यहां आते हैं. रविंद्र जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 2014 के बाद काशी में कई बदलाव हुए हैं. जो पहले सपना था अब वह साकार हो रहा है. बनारस से गाजीपुर, बलिया, प्रयागराज इत्यादी शहरों को अच्छी सड़कों से जोड़ा जा रहा है.

उन्होंने कहा कि पारंपरिक निर्माण को क्षति पहुंचाए बगैर, विकास कार्य कराने को एक बड़ी चुनौती बताया और उन्होंने कहा कि किसी को भी कोई नुकसान पहुंचाए बिना विकास काम किया जा रहा है.

यूपी के राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने बताया कि पूर्वांचल, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे तमाम राज्यों से बीएचयू के मेडिकल साइंस की चिकित्सा पर आधारित हैं. उन्होंने बताया कि सीएसआर फंड से लोगों के इलाज के लिए अब तक 32000 करोड़ रुपये दिया गया है.

भारत एक्सप्रेस के मंच पर दिग्गजों का जमावड़ा, यहां लाइव देखिए ‘काशी का कायाकल्प’ मेगा कॉन्क्लेव

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